BJP के सवालों को आप ने ”मरा चूहा” बताया, नजर आज के सवालों पर
नयी दिल्ली : दिल्ली में विधानसभा का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. भाजपा व आप में कांटे की टक्कर की स्थिति बन रही है. चुनाव प्रचार के मामले में अब तक आम आदमी पार्टी से पिछड़ती दिख रही भाजपा गुरु वार को आक्रमक हो गयी. भाजपा ने अरविंद केजरीवाल को धोखेबाज बताते हुए 5 […]
नयी दिल्ली : दिल्ली में विधानसभा का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. भाजपा व आप में कांटे की टक्कर की स्थिति बन रही है. चुनाव प्रचार के मामले में अब तक आम आदमी पार्टी से पिछड़ती दिख रही भाजपा गुरु वार को आक्रमक हो गयी. भाजपा ने अरविंद केजरीवाल को धोखेबाज बताते हुए 5 सवालों के जवाब मांगे हैं. पार्टी पांच फरवरी तक हर रोज केजरीवाल से 5 नये सवाल पूछेगी. अब देखना है कि भाजपा आज केजरीवाल से क्या पूछती है.योगेन्द्र यादव ने कहा है कि आप की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा घबरा गई है.
वहीं आम आदमी पार्टी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के सवालों में कुछ भी नया नहीं है. इसके अलावा भाजपा ने अगले सात दिनों में दिल्ली में 250 रैली करने का एलान किया है. रैली को पीएम मोदी भी संबोधित करेंगे.
केजरीवाल से 5 सवाल
1.प्राइवेट जेट में यात्र को गैर सैद्धांतिक बताया तो क्यों की यात्र?
2.शपथ लेने मेट्रो से गये तो सरकारी कामकाज बड़ी गाड़ी से क्यों?
3.मैं आम आदमी की तरह दिखना चाहता हूं, कह कर फिर अपनी सुरक्षा में जेड प्लस सिक्युरिटी को क्यों स्वीकार किया?
4.पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ जांच क्यों नहीं की?
5.कांग्रेस का समर्थन न लेने के वादे से क्यों पलटे?
कुछ नया पूछो तो देंगे जवाब
भाजपा के सवालों का आप नेता योगेंद्र यादव ने तुरंत जवाब दिया. आप नेता ने कहा कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया. वो भी मरी हुई. उन्हें कुछ नये सवाल करने चाहिए थे. इससे यह जाहिर होता है कि भाजपा कितनी डरी हुई है . आप नेता ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि वे हर रोज पचास सवाल करें, न कि पांच सवाल. हम उन्हें सारे सवालों के जवाब देंगे. लेकिन सवाल नये हों.
सर्वे के बाद बढ़ी कसरत
शाह ने यह तैयारी एबीपी-नील्सन के ओपिनियन पोल के बाद शुरू की है, जिसके मुताबिक ‘आप’ को 50 फीसदी और भाजपा को 41 फीसदी वोट का अनुमान है. इस वक्त भाजपा का असल वॉर रूम पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश दफ्तर नहीं, बल्किउसका केंद्र अशोका रोड का केंद्रीय दफ्तर हो गया है. यहां से ही शाह अपनी पसंदीदा टीम के साथ रणनीति पर माथापच्ची कर रहे हैं. शाह की टीम में पुराने और भरोसेमंद साथियों को बुलाया है. इनमें विष्णु दत्त शर्मा, राकेश जैन, राघवेंद्र, रघुनाथ कुलकर्णी, शेर सिंह और महेंद्र पांडे शामिल हैं. ये सभी संघ से जुड़े हैं. अलग-अलग भाजपा इकाइयों से जुड़े हैं.