आगामी संसद सत्र के पहले दिन से धरने पर बैठेंगे अन्ना
वाराणसी : भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने वाले वयोवृद्घ गांधीवादी अन्ना हजारे का कहना है कि जनलोकपाल बिल को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए वादे को पूरा न किए जाने के विरोध में वह संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से नई दिल्ली के रामलीला मैदान में धरने पर बैठेंगे.अन्ना ने आज यहां […]
वाराणसी : भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने वाले वयोवृद्घ गांधीवादी अन्ना हजारे का कहना है कि जनलोकपाल बिल को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए वादे को पूरा न किए जाने के विरोध में वह संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से नई दिल्ली के रामलीला मैदान में धरने पर बैठेंगे.अन्ना ने आज यहां काशी पत्रकार संघ द्वारा आयोजित प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के लिखित आश्वासन के बावजूद सरकार ने जन लोकपाल बिल में देश के साथ धोखा किया और दो साल बीतने के बावजूद जनता की अपेक्षाओं के अनुरुप जनलोकपाल बिल नहीं लाया जा सका. इसलिए मैं वाराणसी से घोषित करता हूं कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से नई दिल्ली के रामलीला ग्राउण्ड में बैठूंगा.’’
जनलोकपाल बिल को लेकर अन्ना द्वारा चलाए गए पहले आंदोलन के समय उनके साथ उनकी एक टीम थी, जो आज बिखर चुकी है. इस बारे में पूछे जाने पर अन्ना ने कहा, ‘‘टीम बिखरी है, लेकिन जनता जुड़ गयी है. यह प्लस प्वाइंट है.’’ न्यूयार्क में आगामी 18 अगस्त को प्रस्तावित इंडिया डे परेड में शामिल होने के लिए मिले न्यौते पर उनका कहना था, ‘‘हां, मुझे उस परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रण मिला है और मैं उसमें शामिल होने के लिए अमेरिका जाऊंगा.’’
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में जोर आजमाने के लिए तैयार टीम अन्ना के पूर्व सदस्य अरविंद केजरीवाल के समर्थन के सवाल पर हजारे ने कहा कि वह किसी के लिए वोट नहीं मांगेंगे. उनका सिर्फ एक ही अभियान है कि चारित्रिक सुधार करने वाले को वोट दिया जाये और संसद में चरित्रवान लोग चुनकर जायें, तभी भ्रष्टाचार का खात्मा होगा. उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के मामले में दिए गए उनके बयान को मीडिया द्वारा तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र के चौथे खम्भे को भी थोड़ा दीमक लग गया है.