सुजाता सिंह ने कहा, मेरी प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाया गया
नयी दिल्ली : विदेश सचिव पद से हटाये जाने के बाद पहली बार सुजाता सिंह ने खुलकर कुछ कहा है. उन्होंने एक टीवी चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा है कि मेरे 39 साल के डिप्लोमैटिक करियर की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने के लिए मीडिया में प्रायोजित तरीके से स्टोरी चलाई गई. इससे मेरी प्रतिष्ठा […]
नयी दिल्ली : विदेश सचिव पद से हटाये जाने के बाद पहली बार सुजाता सिंह ने खुलकर कुछ कहा है. उन्होंने एक टीवी चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा है कि मेरे 39 साल के डिप्लोमैटिक करियर की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने के लिए मीडिया में प्रायोजित तरीके से स्टोरी चलाई गई. इससे मेरी प्रतिष्ठा को गहरा आघात पहुंचा है.
उन्होंने कहा कि मुझे आठ माह पहले हटा कर मेरी प्रतिष्ठा पर चोट पहुंचाई गई है. मेरे रेकॉर्ड को दागदार बनाने का प्रयास किया गया है. ऐसा करने की क्या जरूरत पड़ गई थी? मैं बिना किसी औपचारिकता और हंगामा के हटना चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया गया.
मीडिया पर चल रही खबरों से भी वह काफी नाराज दिखीं. उन्होंने कहा कि वह पिछले दो दिनों से इस मसले पर मीडिया में चल रही खबरें और रिपोर्ट देख रही हैं. यह प्रायोजित सी नजर आ रही है. मैं मानती हूं कि इस हद तक नहीं गिरना चाहिए.
सुजाता सिंह ने अचानक दो साल की अवधि वाले कार्यकाल में सात महीने पहले हटाने की डिटेल देते हुआ कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को दोपहर बाद 2 बजे फोन किया था. उन्होंने फोन पर कहा, ‘गुड न्यूज नहीं है। प्रधानमंत्री एस जयशंकर को नया विदेश सचिव बनाना चाहते हैं.’ सुजाता सिंह ने सुषमा स्वराज से कहा, ‘मेरा इस्तीफा पत्र तैयार है लेकिन मैं इस स्थिति में रिटायरमेंट लाभ से वंचित रह जाऊंगी.
इसके बाद मैंने ‘प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार’ वक्त से पहले रिटायरमेंट के लिए सात बजे शाम में इस्तीफे का अनुरोध करते हुए एक लेटर भेजा. दो घंटों के भीतर आधिकारिक रूप से सरकार की बेवसाइट पर तत्काल प्रभाव के साथ मेरे कार्यकाल में कटौती की घोषणा हो गई.
सुजाता सिंह ने कहा कि तीन हफ्ते पहले मुझे इस पद को छोड़ने के इशारे मिल गए थे.