नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के कारण राजनीति गरमा गयी है. सभी पार्टियां अपने प्रतिद्वंदि को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. चुनाव के पहले आरोप प्रत्यारोप को दौर जारी हो गया है. भाजपा ने केजरीवाल पर धरना और प्रदर्शन करने का टैग लगाया जिसका जवाब उन्होंने द हिंदू को दिए इंटरव्यू में दिया है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीएम रहते नरेंद्र मोदी ने भी धरना दिया था. जब उनसे पूछा गया कि क्या सत्ता में आये तो फिर से धरना देंगे. इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जनता की भलाई के लिए वह कुछ भी करेंगे. आज जनता उनके 49 दिन के शासन काल को याद करती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली को एक ग्लोबल शहर बनाने का हमारा सपना है.
यह अलग बात है कि हमारे कुछ साथियों ने साथ छोड़ दिया है लेकिन हमने हजारों लोगों को अपने साथ जोड़ा है. हमारा जनाधार जनता के बीच ज्यादा है. वहीं एनडीटीवी इंडिया से खास बातचीत में योगेंद्र यादव ने कहा, ‘मीडिया के सर्वे, हमारे अपने आंतरिक सर्वे और ग्राउंड से मिल रही फीडबैक के मुताबिक, हम इस समय दिल्ली में भाजपा से पांच-छह फीसदी आगे हैं.’ क्या ‘आप’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार से होनेवाली रैलियों का डर है? इस पर योगेंद्र यादव ने कहा कि डर था, लेकिन वह 10 जनवरी की पीएम की रैली के बाद चला गया, तिलिस्म टूट चुका है.
अब चिंता नहीं है. इधर, अमित शाह ने किरण बेदी को पार्टी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने की मजबूरी नहीं होने का दावा करते हुए कहा कि बेदी की साफ-सुथरी छवि से पार्टी को मदद मिलेगी. यह पूछने पर कि दिल्ली भाजपा के कुछ नेता बेदी को लेकर से खुश नहीं हैं, इस पर शाह ने कहा कि ‘वह मीडिया की अवधारणा के मुताबिक रणनीति नहीं बदल सकते’.