अमेरिकी कंपनियों को हादसे के दावों को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं : कुमार
मुंबई : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने आज आश्वस्त किया कि अमेरिका के साथ हुआ भारत का असैन्य परमाणु समझौता ह्यपरमाणु क्षति के लिए असैन्य जवाबदेही कानूनह्ण के दायरे में है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनियों को हादसों के दावों पर ह्यह्यव्यर्थ हीह्णह्ण चिंतित होने की जरूरत […]
मुंबई : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने आज आश्वस्त किया कि अमेरिका के साथ हुआ भारत का असैन्य परमाणु समझौता ह्यपरमाणु क्षति के लिए असैन्य जवाबदेही कानूनह्ण के दायरे में है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनियों को हादसों के दावों पर ह्यह्यव्यर्थ हीह्णह्ण चिंतित होने की जरूरत नहीं है.
कुमार ने कहा, ह्यह्यसिर्फ समय बताएगा कि हम विदेशी कंपनियों को कितना समझा पाते हैं. एक चीज तय है, मौजूदा कानून में कोई बदलाव नहीं होगा. सरकार अमेरिकी प्रशासन को आश्वस्त करने में सक्षम रही है और हमें उम्मीद है कि विदेशी कंपनियां भविष्य की अपनी जवाबदेही के लिए व्यर्थ ही चिंतित नहीं होंगी.ह्णह्ण समिति के भाभा परमाणु शोध केंद्र(बार्क) और भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड के दौरे के बाद कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में ये बातें कही.
राज्यसभा सदस्य कुमार ने कहा कि समिति ने असैन्य परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के अहम मुद्दों पर बार्क और एनपीसीआइएल के अधिकारियों के साथ सार्थक चर्चा की.