नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाये. केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में मोदी सरकार के आने के बाद से बलात्कार की घटनाओं में इजाफा हुआ है.
दिल्ली में महिला सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार गंभीर नहीं है. केजरीवाल ने कहा कि 2014 में 30 फीसदी रेप की घटनाएं बढ़ीहैं. मोदी जी अपने भाषणों में महिलाओं की सुरक्षा की बात करते हैं, लेकिन उनके मंत्रीमंडल में शामिल निहाल चंद खुद बलात्कार के आरोप से घिरे हुए हैं, उनपर रेप के गंभीर आरोप लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता है कि निहाल चंद को केंद्र सरकार अपने मंत्रीमंडल में क्यों शामिल किया है, उन्हें नहीं हटाने के पीछे क्या मजबूरी है. निहाल चंद को चुनाव प्रचार में भी उतारा गया है, तो वैसे व्यक्ति जिसपर रेप जैसी गंभीर आरोप है वह चुनाव प्रचार में महिलाओं की सुरक्षा पर क्या बयान देगा.
केजरीवाल ने इसके अलावा भी भाजपा सरकार पर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है. दिल्ली में बिजली-पानी की समस्या बनी हुई है. बिजली की दरों में दिनों-दिन वृद्धि हो रही है.
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री के रुप में पिछले वर्ष 49 दिनों के कार्यकाल के दौरान अपने रवैये के लिए एक बार फिर खेद प्रकट करते हए आप नेता अरविंद केजरीवाल ने फिर से इस्तीफा नहीं देने का वादा किया. केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में काफी लोग महसूस करते हैं कि हमारे कदम से उनका मनोबल गिरा है. मई में (पिछले वर्ष) हमने इसके कारण उत्पन्न निराशा के लिए लोगों से माफी मांगी थी और अगर पहली बार आपके ध्यान में यह बात नहीं आई तब में एक बार फिर ऐसा करता हूं ताकि आप स्पष्ट रुप से सुन सकें.
केजरीवाल ने एनडीटीवी की वेबसाइट पर लिखा, हम झूठ नहीं बोलते, हमने कुछ नहीं चुराया. हालांकि मैं मानता हूं कि लोग हमारे कदम से अभी भी आहत हैं क्योंकि आप जिन लोगों का प्रतिनिधित्व करता है, वह हम लोगों से बडे हैं. लोगों ने आहत महसूस किया क्योंकि उन्होंने पार्टी एवं आंदोलन में काफी कुछ दांव पर लगाया.
केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के रुप में 49 दिनों के कार्यकाल के बाद पिछले वर्ष 14 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था. इस तरह से बीच में इस्तीफा देने को लेकर उनकी काफी आलोचना हुई थी. पिछले चुनाव में 70 सदस्यीय विधानसभा में आप को 28 सीटें मिली थी और उसने कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई थी.