शिवसेना ने महाराष्ट्र में भाजपा के साथ मतभेद के आरोपों को खारिज किया
मुंबई: सूखा पीडित किसानों को राहत देने के मामले में भाजपा की आलोचना करने वाले ‘सामना’ के संपादकीय को लेकर विवाद को तवज्जो नहीं देते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि उनकी पार्टी का महाराष्ट्र में सरकार चलाने को लेकर भाजपा के साथ कोई मतभेद नहीं है. रायगढ जिले में कर्जत तालुका […]
मुंबई: सूखा पीडित किसानों को राहत देने के मामले में भाजपा की आलोचना करने वाले ‘सामना’ के संपादकीय को लेकर विवाद को तवज्जो नहीं देते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि उनकी पार्टी का महाराष्ट्र में सरकार चलाने को लेकर भाजपा के साथ कोई मतभेद नहीं है.
रायगढ जिले में कर्जत तालुका से पीजैंट्स एंड वर्कर्स पार्टी के महेंद्र थोर्वे को शिवसेना में शामिल करने की घोषणा करते हुए उद्धव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चुनाव से पहले जो भी आश्वासन और वादे किए गए वे चुनाव से पहले किए गए. यह हमारा कर्तव्य है कि ये पूरे हों और उन्हें कारगर तरीके से लागू किया जाए. शिवसेना उसके लिए भाजपा के साथ मिलकर काम करेगी.’’ उद्धव ने कहा, ‘‘शिवसेना-भाजपा गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि जो भी काम करने की आवश्यकता है दोनों पार्टियां साथ मिलकर इसे करेंगी.
मरीन ड्राइव पर सोडियम वैपर लाइट की जगह एलईडी बल्ब लगाए जाने को लेकर शिवसेना-भाजपा के आमने-सामने होने पर जुडे सवालों का जवाब देते हुए उद्धव ने कहा कि वृहन्मुंबई नगर निगम के संबंध में सरकार के स्तर पर जो फैसले किए जा रहे हैं उसे निर्वाचित प्रतिनिधियों के सलाह-मशविरे से किया जाना चाहिए.
राज्य में और विशेषकर विदर्भ में किसानों के आत्महत्या करने के मुद्दे पर शिवसेना ने देवेंद्र फडणवीस नीत सरकार की कडी आलोचना की है.शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में पार्टी ने फडणवीस और वित्त मंत्री सुधीर मुगंतीवार पर 24 घंटे में पांच से अधिक किसानों के आत्महत्या करने को लेकर निशाना साधा था. ये किसान अपना कर्ज चुकाने में अक्षम थे. संपादकीय पर कडा रख अख्तियार करते हुए भाजपा नेताओं विनय सहस्रबुद्धे और विनोद तावडे ने कहा था कि संपादकीय को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए और शिवसेना से कहा था कि वह समाचार पत्र के संपादकीय के जरिए भाजपा से संवाद नहीं करे.