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”आप” पर एनजीओ अवाम ने लगाया चंदे में हेराफेरी का आरोप

नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहेहैंआम आदमी पार्टी चारो तरफ से घिरती जा रही है. अवाम नाम के एक गैर सरकारी संगठन ने आप पर चंदे में हेरा-फेरी करने का आरोप लगाया है. अवाम ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस संगठन के कार्यकर्ता ने आशंका जतायी कि आप ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2015 3:20 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहेहैंआम आदमी पार्टी चारो तरफ से घिरती जा रही है. अवाम नाम के एक गैर सरकारी संगठन ने आप पर चंदे में हेरा-फेरी करने का आरोप लगाया है. अवाम ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस संगठन के कार्यकर्ता ने आशंका जतायी कि आप ने लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट बचे और इन पैसों को पार्टी के चंदे में शामिल करने के लिए इस तरह की हेरा- फेरी की गयी. आप ने इन आरोपों के जवाब में कहा कि हम पार्टी को मिले चंदे की पूरी जानकारी देते हैं. हम इस पूरे मामले पर किसी तरह की जांच के लिए तैयार हैं.

‘आप’ वॉलनटिअर्स ऐक्शन मंच (AVAM) नाम के संगठन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता योगेन्द्र यादव के उस बयान को बार- बार चलाया जिसमें उन्होंने पार्टी को मिलने वाले चंदे और इसकी प्रकिया पर बल देते हुए कहा था कि पार्टी जिससे भी अधिक राशि लेती है उसकी पूरी जांच कराती है कि चंदा देने वाला कौन हैं और किस कंपनी से पार्टी को चंदा मिल रहा है. अवाम ने इन बयानों के बाद आप पर हमला बोला कि पार्टी हमेशा से दावा करती है कि 50 हजार रुपये या इससे ज्यादा चंदा देने वालों की वेरिफिकेशन किया जाता है, लेकिन सचाई इससे अलग है. अगर पार्टी पूरी जांच के बाद चंदा लेती तो एक ही शख्स के नाम पर बनी 4 फर्जी कंपनियों से 50-50 लाख रुपये यानी 2 करोड़ रुपये का चंदा नही लिया जाता.

गोपाल गोयल ने कहा, पार्टी द्वारा लिये गये इस चंदे पर शक इसलिए भी और गहराता जा रहा है क्योंकि ये सारे ट्रांजैक्शन रात को ठीक 12 बजे हुए. सारा खेल टैक्स बचाने के लिए किया गया है. हमने अपने द्वारा जांच की और पाया कि जिन कंपनियों का नाम है वह फर्जी है और उस पते पर किसी तरह की कंपनी नहीं चलती. कंपनियां क्या करती हैं, कहां से चलती हैं, डायरेक्टर कौन-कौन हैं… कुछ मालूम नहीं. इन कंपनियों का पता झुग्गियों में दिया गया है और वहां जाने पर कोई इनके बारे में नहीं जानता. कंपनियां हेम प्रकाश शर्मा नाम से खोली गयी है. एक ही व्यक्ति के नाम से चंदा मिलना भी हमारे शक को और गहरा करता है.

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