मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के दफ्तर पर हमला, कई घायल

नयी दिल्लीःदिल्‍ली मेंभारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के चुनावी क्षेत्र कृष्णानगर के दफ्तर में हमला हुआ है. किरण ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी. शुरूआती जानकारी के अनुसार लगभग एक हजार की संख्या में वकीलों ने किरण बेदी के खिलाफ नारे लगाते हुए दफ्तर पहुंचे और तोड़फोड़ की. इस घटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2015 6:30 PM

नयी दिल्लीःदिल्‍ली मेंभारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के चुनावी क्षेत्र कृष्णानगर के दफ्तर में हमला हुआ है. किरण ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी.

शुरूआती जानकारी के अनुसार लगभग एक हजार की संख्या में वकीलों ने किरण बेदी के खिलाफ नारे लगाते हुए दफ्तर पहुंचे और तोड़फोड़ की. इस घटना में कुछ कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर है. किरण दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रैली में व्यस्त थी. घटना के बाद वह भी दफ्तर पहुंच रही है. गौरतलब है कि वकीलों ने किरण बेदी के भाजपा के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनने पर भी विरोध दर्ज किया था .

कड़कड़डूमा अदालत के बाहर से कृष्णा नगर तक बेदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था. कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमने उनसे कहा कि अगर आपको विरोध करना है तो बाहर जाकर करें लेकिन वह नहीं मानें और तोड़फोड़ शूरू कर दी. भाजपा प्रवक्ता संदीप पात्रा ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है.

जिस तरह की जानकारी हमें मिल रही है हम उसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. हमारे पास टीवी रिपोर्ट के आधार पर जो जानकारी है उसके आधार पर हम पूरी घटना की जानकारी नहीं दे सकते इस संबंध में पूरी जानकारी इक्ट्ठा की जायेगी इसके बाद हम इस पर बात करने की स्थिति में होंगे. गौरतलब है कि शनिवार को किरण बेदी का पुतला दहन किया गया था. इस प्रदर्शन में सभी जिला अदालतों के वकीलों व पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया था. किरण बेदी के खिलाफ अपने विरोध को वकील उनके निर्वाचन क्षेत्र कृष्णा नगर तक ले जाने के लिये लामबंद थे.

शाहदरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा ने कहा, वकीलों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया था, लेकिन भाजपा ने बेदी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाकर वकीलों की भावनाओं की अनदेखी की.गौरतलब है कि 17 साल पहले किरण बेदी जब दिल्ली की डीसीपी थीं, उन दिनों उन्होंने वकीलों पर लाठीचार्ज करवाया था. दिल्ली बार ग्रुप की ओर से जारी बयान के अनुसार, "किरण बेदी ने डीसीपी रहते हुए कई ऐसे कदम उठाए थे, जिनका उन्हें कड़ा विरोध झेलना पड़ा. अब वकील एकजुट होकर किरण बेदी के खिलाफ अभियान शुरू करने को तैयार हैं

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