तुर्की से निर्वासित नौ लोगों को चेतावनी के साथ छोडा

बेंगलूरु: सीरिया जाने की कोशिश करने वाले जिन नौ लोगों को तुर्की के अधिकारियों ने भारत निर्वासित किया था और जिन्हें यहां की पुलिस ने हिरासत में लिया था, आज उन्हें चेतावनी के बाद छोड दिया गया.बेंगलूरु के पुलिस आयुक्त एम एन रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि नौ लोगों की कोई सीधी संलिप्तता नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2015 7:22 PM

बेंगलूरु: सीरिया जाने की कोशिश करने वाले जिन नौ लोगों को तुर्की के अधिकारियों ने भारत निर्वासित किया था और जिन्हें यहां की पुलिस ने हिरासत में लिया था, आज उन्हें चेतावनी के बाद छोड दिया गया.बेंगलूरु के पुलिस आयुक्त एम एन रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि नौ लोगों की कोई सीधी संलिप्तता नहीं पाई गयी. इनमें पांच बच्चे भी हैं. इससे पहले शहर पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने उनसे पूछताछ की थी.

उन्होंने कहा कि वह किसी आईएसआईएस एजेंट के साथ संपर्क में नहीं थे. रेड्डी के अनुसार, ‘‘इन सभी के मुताबिक वे सभी अपनी धार्मिक पुस्तक में लिखी इस बात से प्रभावित थे कि उन्हें लेवांत क्षेत्र जाना चाहिए जहां उनसे मानवता के लिए या धर्म के लिए काम करने की अपेक्षा की जाती है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने जो बताया, उसके मुताबिक उन्हें सिखाया गया है कि अगर वे अपने काम के दौरान मारे जाते हैं या मर जाते हैं तो वे जन्नत में जाएंगे.’’ उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों और बेंगलूर शहर पुलिस दोनों ने उनसे पूछताछ की और उनकी तरफ से कोई सीधी संलिप्तता नहीं दिखाई दी.

नौ लोगों को तुर्की के अधिकारियों ने तुर्की की सीमा पर हिरासत में लिया था. उनकी पहचान मुहम्मद अब्दुल अहद (46) और उसके परिजनों के तौर पर की गयी जिनमें उनकी पत्नी और पांच बच्चे शामिल हैं. ये सभी चेन्नई के रहने वाले हैं. इनके अलावा तेलंगाना के खम्माम जिले का जावेद बाबा (24) और कर्नाटक के हासन का इब्राहिम नोफाल (24) थे.

वे 24 दिसंबर को यहां से टूरिस्ट वीजा पर इस्तानबुल पहुंचे थे और तुर्की के अधिकारियों ने 30 जनवरी को उन्हें भारत वापस भेज दिया था. बेंगलूर हवाईअड्डे पर पहुंचने पर शहर पुलिस ने उनसे पूछताछ की.

अहद ने अमेरिका की केनेडी-वेस्टर्न यूनिवर्सिटी, कैलीफोर्निया से कंप्यूटर साइंस में स्नातकोत्तर की पढाई की है और 10 साल से ज्यादा समय तक अमेरिका में काम कर चुका है. जावेद और नोफाल भी इंजीनियर हैं.

Next Article

Exit mobile version