नयी दिल्ली : अन्ना आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के सहयोगी रहे कुछ लोगों ने आम आदमी पार्टी पर काला धन को सफेद करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है. आप वॉलेंटियर्स एक्शन मंच (अवाम) के गोपाल गोयल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ‘आप’ पर फंडिंग घोटाला का आरोप लगाया. उन्हें चंदा देनेवाली कंपनियों पर भी सवाल उठाये हैं. केजरीवाल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि भाजपा ने पैनिक बटन दबा दिया है. हार से बचने के लिए भाजपावाले जहरीली राजनीति कर रहे हैं.
गोयल ने कहा है कि फर्जी कंपनियों के जरिये ‘आप’ को आधी रात को एक ही समय 50-50 लाख रुपये के चार डोनेशन दिये. इनके ऑफिस झुग्गियों में हैं. 11 कंपनियों के निदेशक ऐसे हैं, जो टूटे-फूटे मकानों में रहते हैं. कई कंपनियों के एड्रेस भी फर्जी हैं. इनकी कमाई का कोई जरिया नहीं है. फिर कंपनियां 50-50 लाख रुपये चंदा कैसे दे सकती हैं?
‘आप’ की सफाई
‘आप’ के नेता पंकज गुप्ता ने कहा है कि चंदे का पूरा विवरण पार्टी की वेबसाइट पर उपलब्ध है. पूरा चंदा चेक के जरिये मिला है. ऐसा लगता है कि ‘आप’ ने गलत काम किया है, तो सरकार जांच करा कर मुकदमा दायर करे.
‘अवाम’ ने दिये सबूत
‘अवाम’ ने ‘आप’ की वेबसाइट खोल कर दिखाया कि किस तरह से कहां-कहां से उसे चंदा मिले. आरोप लगाया कि जिन चार कंपनियों ने चंदा दिया, वे फर्जी हैं. तीन कंपनी की पूंजी 10 लाख रुपये है और एक की एक लाख रुपये. तीन कंपनियों का निदेशक हेम प्रकाश शर्मा है.
चौंकानेवाले तथ्य
02 करोड़ (50-50 लाख) चंदा मिले पांच अप्रैल, 2014 की रात 12 बजे चार कंपनियों से
चंदा देनेवाली कंपनियों के कार्यालयों का पता झुग्गियों का है
31 कंपनियां हैं चंदा देनेवाले सात लोगों की
04 कंपनी के नाम पर एक आदमी से लिया चंदा
बौखलाये आशुतोष
‘आप’ के नेता आशुतोष ने ट्वीट कर टीवी चैनल्स पर अपनी भड़ास निकाली. कहा कि मीडियावाले ‘आप’ की हर खबर टीवी पर दिखाते हैं. क्या वे भाजपा के साथ भी ऐसा कर सकते हैं?
‘अवाम’ ने जो बातें कही हैं, उससे यह मामला गंभीर लग रहा है. आम आदमी पार्टी, जो झूठ के नकाब में रहती है और स्वयं को पारदर्शी बताती है, उससे तो हवाला जैसा मामला लग रहा है. यह कंपनी एक्ट का मामला भी लग रहा है.
पीयूष गोयल, केंद्रीय बिजली मंत्री