नयी दिल्ली : अन्ना आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के सहयोगी रहे कुछ लोगों ने आम आदमी पार्टी पर काला धन को सफेद करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है. इस मामले पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह अरविंद केजरीवाल के बचाव में उतर गये हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि मैं केजरीवाल का समर्थक नहीं हूं लेकिन यह भाजपा की गंदी राजनीति हो सकती है.
I am not a great admirer of Kejriwal but he is right when he challenges BJP to take action against those who have given 2 cr by cheque.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) February 3, 2015
उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कियदि ऐसा नहीं है तो भाजपा को उक्त कंपनियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. मुझे इस खबर के बाद कोई आश्चर्य नहीं हुआ. क्या अरूण जेटली एक्शन लेंगे इस मामले पर.
I won't be surprised if this has been done by BJP Dirty Tricks Department to embarrass AAP. Would Jaitley take action against Donors ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) February 3, 2015
वहीं आप ने इसकी जांच के लिए एसआइटी गठित करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है. आप नेता सुप्रीम कोर्ट का रूख करेंगे और राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदों की एसआईटी जांच कराने की मांग करेंगे.
गौरतलब है कि आप वॉलेंटियर्स एक्शन मंच (अवाम) के गोपाल गोयल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ‘आप’ पर फंडिंग घोटाला का आरोप लगाया. उन्हें चंदा देनेवाली कंपनियों पर भी सवाल उठाये हैं. केजरीवाल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि भाजपा ने पैनिक बटन दबा दिया है. हार से बचने के लिए भाजपावाले जहरीली राजनीति कर रहे हैं.
गोयल ने कहा है कि फर्जी कंपनियों के जरिये ‘आप’ को आधी रात को एक ही समय 50-50 लाख रुपये के चार डोनेशन दिये. इनके ऑफिस झुग्गियों में हैं. 11 कंपनियों के निदेशक ऐसे हैं, जो टूटे-फूटे मकानों में रहते हैं. कई कंपनियों के एड्रेस भी फर्जी हैं. इनकी कमाई का कोई जरिया नहीं है. फिर कंपनियां 50-50 लाख रुपये चंदा कैसे दे सकती हैं?