देहरादून : बारिश से उफनायी मंदाकिनी नदी में कल बह गये केदारनाथ में आपदा राहत कार्यों के लिये तैनात उपजिलाधिकारी (एसडीएम) अजय अरोड़ा का आज दूसरे दिन भी कुछ पता नहीं चल पाया.रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी दिलीप जावलकर ने आज बताया कि उन्होंने गढ़वाल आयुक्त सुबर्धन और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ हेलीकाप्टर के जरिये मंदाकिनी नदी में अरोड़ा की खोजबीन की लेकिन उनका अभी तक कोई पता नहीं लग पाया है. जावलकर ने बताया कि पूरी मंदाकिनी नदी के उपर हेलीकाप्टर की नीची उड़ान के माध्यम से वीडियोग्राफी भी करवाई गयी है.
उन्होंने बताया कि आज रामबाड़ा में मौसम बेहद खराब होने के कारण उससे उपर केदारनाथ के लिये हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर पाया. जावलकर ने बताया कि अरोड़ा की तलाश के लिये आज दो अतिरिक्त खोजी दस्ते भी सोनप्रयाग और गौरीकुंड के लिये रवाना कर दिये गये हैं. केदारनाथ और नदी के समीपवर्ती स्थानों में भी खोजबीन का काम चल रहा है.
गौरतलब है कि केदारनाथ में राहत और सफाई कार्यों का जायजा लेकर बेस कैंप गरुड़चट्टी लौटते समय 45 वर्षीय अरोड़ा का मंदाकिनी नदी पर बनाये गये अस्थायी पुल पर पैर फिसल गया था, जिससे वह सीधे नदी में जा गिरे और पानी के तेज बहाव में बह गये.मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने अरोड़ा के नदी में गिरने की घटना को दुखद बताते हुए उनके परिजनों से धैर्य बनाये रखने की अपेक्षा की है और कहा है कि राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ है. बहुगुणा ने केदार घाटी तथा अन्य आपदाग्रस्त क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों से सावधानी के साथ राहत कार्यों के संपादन करने को कहा है.