सीबीएसई स्कूलों में अब मिलेगी बैंकिंग, एकाउंटेंसी एवं ब्यूटी कल्चर की ट्रेनिंग
नयी दिल्ली : स्कूली स्तर से ही छात्रों में कौशल विकास एवं रोजगारपरक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने उच्च माध्यमिक स्तर पर ब्यूटी कल्चर, बेकरी, डेयरी, हॉर्टीकल्चर, ट्रांसपोर्ट सिस्टम, बैंकिंग, एकाउंटेंसी, स्टेनोग्राफी एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन, रेफ्रीजरेटर, एयरकंडीशनर बनाने, फैशन डिजाइन, ऑटोमोबाइल टेक्नोलाजी आदि व्यावसायिक कोर्स पेश किये हैं. […]
नयी दिल्ली : स्कूली स्तर से ही छात्रों में कौशल विकास एवं रोजगारपरक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने उच्च माध्यमिक स्तर पर ब्यूटी कल्चर, बेकरी, डेयरी, हॉर्टीकल्चर, ट्रांसपोर्ट सिस्टम, बैंकिंग, एकाउंटेंसी, स्टेनोग्राफी एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन, रेफ्रीजरेटर, एयरकंडीशनर बनाने, फैशन डिजाइन, ऑटोमोबाइल टेक्नोलाजी आदि व्यावसायिक कोर्स पेश किये हैं.
बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में नौवीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक विभिन्न व्यावसायिक कोर्स पेश किये गये हैं हालांकि यह अनिवार्य प्रकृति के नहीं हैं. जो स्कूल कौशल विकास के मकसद से नौवीं कक्षा से व्यावसासिक कोर्स के रूप में इन्हें पढ़ाना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं.
व्यावसायिक कोर्स को स्कूलों में छठें वैकल्पिक विषय के रूप में या पांच नियमित विषयों के साथ उच्च माध्यमिक स्तर पर पढ़ाया जा सकता है.बोर्ड की संशोधित अध्ययन योजना के साथ कैरियर से जुड़ी व्यावसासिक कोर्स की सूची में टेक्सटाइल डिजाइन, ड्राइंग एवं प्रिंटिंग, होटल मैनेजमेंट एवं कैटरिंग टेक्नोलॉजी, आईटी एप्लीकेशन, फूड प्रोडक्शन एवं विवरेज सर्विसेज, मास मीडिया स्टडीज तथा मेडिकल डायगनास्टिक विषय शामिल हैं.
इनमें एक्सरे टेकनीशियन, मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलाजी, लाइब्रेरी मैनेजमेंट, ट्रैवेल एवं टुआरिज्म आदि भी शामिल हैं. व्यावसायिक कोर्स के तहत ऑटोमोबाइल टेक्नोलाजी के तहत ऑटो रिपेयरिंग के बारे में बताया जायेगा जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी में रेडियो एवं ऑडियो सिस्टम के साथ टेलीविजन एवं वीडियो प्रणाली के बारे में बताया जायेगा.
सीबीएसई के व्यावसायिक शिक्षा के कोर्स में ऑफिस सेक्रेटरीशिप भी शामिल है जिसमें ऑफिस का संचालन एवं संवाद के आयामों से अवगत कराया जायेगा.