नयी दिल्ली : चुनाव आयोग ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल की उन आशंकाओं को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि भाजपा के पक्ष में कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (इवीएम) से ‘छेड़छाड़’ की गयी है. केजरीवाल को ‘तथ्यात्मक स्थिति’ के बारे में विस्तार से बताया गया कि मशीन के सॉफ्टवेयर के साथ ऐसी छेड़छाड़ नहीं की गयी है, जिनसे परिणाम प्रभावित हो सकें.
केजरीवाल ने चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी. आयोग के सूत्रों के अनुसार, उन्हें बताया गया कि तीन कंट्रोल यूनिट और चार बैलेट यूनिट के लाक संभवत: मशीनों को लाये-ले जाने के दौरान टूट गये और इन मशीनों को सामान्य पर्यवेक्षक की मौजूदगी में बदल दिया गया. ‘आप’ के एक प्रतिनिधि ने बाद में उस दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये, जिसमें तथ्यों का ब्योरा था.
उन्हें बताया गया कि खराबी की प्रकृति बुनियादी रूप से ‘मैकेनिकल’ थी. सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल ने जिन मशीनों का उल्लेख किया था, वे 2006 बैच के पहले की थीं, जिसमें गड़बड़ी की बहुत ही कम गुंजाइश है. केजरीवाल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘चुनाव आयोग ने इवीएम पर हमारे सभी संदेहों को दूर कर दिया. इस्तेमाल में आया इवीएम नवीनतम हैं और इसके साथ छेड़छाड़ मुमकिन नहीं है.’ केजरीवाल ने हालांकि उन सवालों का जवाब नहीं दिया कि क्या उन्हें मतदाताओं को शिक्षित करने के लिए मतदान बूथों के बाहर बैनर लगाने की अनुमति मिली है.