नयी दिल्ली : दिल्ली में चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है. सभी पार्टियां जनता को रिझाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहतीं हैं. इसी बीच सीएनएन आईबीएन से बात करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कि राजधानी के चुनाव परिणाम को नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज पर जनमत संग्रह के तौर पर नहीं देखा जाए.चुनाव में आम आदमी पार्टी को स्पष्ट बहुमत दर्शाने के कई सर्वेक्षणों को खारिज करते हुए शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि दिल्ली में ‘काफी बडे बहुमत’ से भाजपा सरकार बनायेगी और किरण बेदी मुख्यमंत्री होंगी.
दिल्ली चुनाव पर अमित शाह की टिप्पणी केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू की टिप्पणी से मेल खाती है. उन्होंने कहा, ‘‘यह सही है कि यह मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव है. एक राज्य में चुनाव जनमत संग्रह :केंद्र के कामकाज पर: नहीं हो सकता.’’ शाह ने कहा, ‘‘यह सही है कि भारत सरकार के अच्छे कामकाज का चुनावों पर असर पडता है, एक राज्य में चुनाव सिर्फ इस एक बात के कारण जनमत संग्रह :केंद्र के कामकाज पर: नहीं हो सकते.’’
भाजपा अध्यक्ष ने सीएनएन आईबीएन से कहा, ‘‘वेंकैयाजी ने ऐसा नहीं कहा. उन्होंने कहा था कि दिल्ली का चुनाव मुख्यमंत्री चुनने के लिए होता है. आप भी संविधान जानते हैं. दिल्ली में चुनाव कभी प्रधानमंत्री चुनने के लिए नहीं होता.