भाटी के बयान ने खोली पोल, अखिलेश दें इस्तीफा : बसपा
लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी ने दावा किया कि गौतमबुद्ध नगर की उपजिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के निलंबन को लेकर सपा नेता नरेन्द्र भाटी के दावे से सारा सच सामने आ गया है और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नैतिकता के आधार पर अब अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए. उत्तर प्रदेश विधानसभा में बसपा और […]
लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी ने दावा किया कि गौतमबुद्ध नगर की उपजिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के निलंबन को लेकर सपा नेता नरेन्द्र भाटी के दावे से सारा सच सामने आ गया है और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नैतिकता के आधार पर अब अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बसपा और प्रतिपक्ष के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने आज यहां कहा, सपा नेता नरेंद्र भाटी के इस दावे से सारा सच सामने आ गया है किउन्होंने40 मिनट के अंदर दुर्गाशक्ति नागपाल को निलंबित करवा दिया। मौर्या ने कहा कि यदि भाटी का दावा सही है तो इसका मतलब है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल दुर्गाशक्ति के निलंबन के कारण के बारे में गलतबयानी की है. उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार और राज्यपाल को इस प्रकरण पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और निलंबित अधिकारी को न्याय दिलाना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि यदि दुर्गा शक्ति को सचमुच सांप्रदायिक सौहार्द बिगडने की आशंका के आधार पर निलंबित किया गया है तो बसपा नेता ने कहा कि तब मुख्यमंत्री को यह भी बताना होगा कि इससे पहले जहां-जहां सांप्रदायिक दंगे अथवा संघर्षो की घटनाएं हुई, वहां संबंधित अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गयी.
उन्होंने कहा, सपा सरकार बनने के बाद से प्रदेश में कई सांप्रदायिक संघर्ष और दंगे हो चुके हैं, मुख्यमंत्री ने उनके बारे में क्या कार्रवाई की है.साथ ही यह भी कहा कि अभी लखनऊ में एक ही समुदाय के दो पंथों के बीच संघर्ष और तनाव की स्थिति बनी हुई है, क्या कार्रवाई हुई.
मौर्या ने दावा किया कि सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ने की आशंका की आड़ में दुर्गाशक्ति को खनन माफिया के दबाव का शिकार होना पड़ा है और नरेंद्र भाटी के बयान से यह बात स्पष्ट हो चुकी है.