उपेन्द्र कुशवाहा ने विधानसभा भंग कर नया चुनाव कराये जाने की मांग की
नयी दिल्ली: बिहार में तेजी से बदलते राजनीति घटनाक्रम के बीच के बीच केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर मांझी को रबर स्टाम्प बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और राज्य को अस्थिरता से निकालने के लिए विधानसभा भंग करके चुनाव […]
नयी दिल्ली: बिहार में तेजी से बदलते राजनीति घटनाक्रम के बीच के बीच केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर मांझी को रबर स्टाम्प बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और राज्य को अस्थिरता से निकालने के लिए विधानसभा भंग करके चुनाव कराने की मांग की.
उपेन्द्र कुशवाहा ने बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘ जीतन राम मांझी को नीतीश कुमार अपना ‘रबर स्टाम्प’ बनाना चाहते थे लेकिन मांझी ने घुटने टेकने से इंकार कर दिया.’’उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री से इस तरह की अपेक्षा ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री का पद राज्य की गरिमा से जुडा हुआ होता है. मांझी ने रबर स्टाम्प बनने से मना किया, इस कदम की सराहना की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान परिस्थिति में बिहार में राजनीतिक अस्थिरता को समाप्त करने के लिए विधानसभा भंग करके तुरंत चुनाव कराये जाने चाहिए.’’ कुशवाहा ने दावा किया कि बिहार में जो कुछ भी हो रहा है.. उस प्रकरण के बाद प्रदेश में जदयू इतिहास के पन्नों में दब कर रह जायेगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज की परिस्थिति में मेरी जदयू नेताओं को सलाह है कि राज्य को अस्थिरता में झोंकने की बजाए नये चुनाव कराये जाने की जरुरत है क्योंकि जैसी परिस्थिति है, उससे बिहार को नुकसान ही होगा.बिहार में भाजपा नीत राजग गठबंधन की जीत का दावा करते हुए कुशवाहा ने कहा कि यह अब पूरी तरह से साफ है कि राज्य में अगर चुनाव होते हैं, तो राजग की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी.कुशवाहा ने आरोप लगाया कि अस्थिरता के कारण बिहार को काफी नुकसान हो रहा है और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति काफी खराब हो गई है.
उन्होंने आरोप लगाया कि मांझी के खिलाफ जो कदम उठाया गया है, वह दलित वर्ग पर प्रहार के तौर पर देखा जा रहा है. यह मांझी के घुटने नहीं टेकने के कारण हुआ है.बिहार में लालू प्रसाद के राजद के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जदयू और राजद एक साथ मिले हुए हैं और जनता सभी बातों को समझती है. बिहार की जनता लालू की पार्टी से पीछा छुडा चुकी है और फिर से आतंक का राज नहीं चाहती. महागठबंधन के भविष्य के बारे में एक सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा कि इसका भविष्य अधर में है. अगर यह गठबंधन बनता भी है तो भी कोई असर नहीं होगा. हम लोगों (राजग) को थोडी सावधानी बरतनी होगी, बस इतना ही फर्क पडेगा.