मां गंगे ने लिया रौद्र रूप

लखनऊ : बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण उत्तर प्रदेश में गंगा नदी ने रौद्र रुप अख्तियार कर लिया है और बलिया में यह नदी खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर बह रही है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल तथा देशी बांधों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2013 5:04 PM

लखनऊ : बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण उत्तर प्रदेश में गंगा नदी ने रौद्र रुप अख्तियार कर लिया है और बलिया में यह नदी खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर बह रही है.

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल तथा देशी बांधों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से गंगा नदी जबर्दस्त उफान पर है. बलिया, फाफामऊ (इलाहाबाद) वाराणसी तथा गाजीपुर में यह नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है. बलिया में तो उसका जलस्तर खतरे के निशान से दो मीटर से भी ज्यादा ऊपर बह रही है.

इसके अलावा यह नदी फतेहगढ़, गुमटिया (कन्नौज), अंकिनघाट (कानपुर देहात), कानपुर, डलमउ, छतनाग (इलाहाबाद) और मिर्जापुर में खतरे के निशान के नजदीक बह रही है.

बलिया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले में गंगा और घाघरा के रौद्र रुप का असर जिले की सदर, बैरिया, सिन्दरापुर, बिल्थरारोड तथा बांसडीह के अनेक गांवों पर पड़ा है. अनेक गांव बाढ़ के पानी से घिर गये हैं.

प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिये 200 से ज्यादा नावें लगायी हैं. इसके अलावा कई शरणालय भी बनाये गये हैं. जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक यमुना नदी हमीरपुर, चिल्लाघाट (बांदा) तथा नैनी (इलाहाबाद) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में लाल चिह्न से ऊपर बना हुआ है.

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