थरुर ने अफजल गुरु की फांसी को बताया गलत, स्वामी ने उसपर साधा निशाना

नयी दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने विवाद पैदा करने वाले एक बयान में आज कहा कि संसद पर हमला मामले में अभियुक्त अफजल गुरु की फांसी ‘‘गलत थी और उससे गलत तरीके से निपटा गया.’’ थरुर ने इस मुद्दे पर एक टिप्पणी के जवाब में ट्वीटर पर कहा, ‘‘ मैं समझता हूं कि फांसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2015 8:16 PM

नयी दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने विवाद पैदा करने वाले एक बयान में आज कहा कि संसद पर हमला मामले में अभियुक्त अफजल गुरु की फांसी ‘‘गलत थी और उससे गलत तरीके से निपटा गया.’’ थरुर ने इस मुद्दे पर एक टिप्पणी के जवाब में ट्वीटर पर कहा, ‘‘ मैं समझता हूं कि फांसी गलत थी और उससे गलत तरीके से निपटा गया. परिवार के सदस्यों को सूचना दी जानी चाहिए थी, आखिरी मुलाकात का मौका दिया जाना चाहिए था और शव लौटाया जाना चाहिए था.’’ गुरु को तिहाड जेल में नौ फरवरी 2013 को फांसी दी गयी थी.

थरूर के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उसपर निशाना साधा है. भाजपा नेता स्वामी ने थरूर के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है.स्वामी ने कहा कि कौन कहता है कि एक आतंकी को मृत्युदंड से पहले परिवार से मिलने की इजाजत देनी चाहिए. भाजपा नेता ने बयान देते हुए कहा कि ‘कोई कैसे किसी आतंकी की हिमायत कर सकता है’.
अलगवावादी समूहों ने आज और 11 फरवरी को कश्मीर में हडताल का आह्वान किया है. नौ फरवरी को गुरु की बरसी है जबकि 11 फरवरी को जेकेएलएफ संस्थापक मुहम्मद मकबूल भट्ट की बरसी है.
हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धडे और जेकेएलएफ ने आम हडताल का आह्वान किया है और दोनों दिन धरना की घोषणा की है. गुरु की फांसी के बाद उसके परिवार को केंद्र की ओर से भेजी गयी कथित सूचना को लेकर विवाद पैदा हो गया था और परिवार ने आरोप लगाया था कि फांसी की जानकारी उसे टीवी चैनलों और जम्मू कश्मीर सरकार से मिली थी.
केंद्र ने उस समय दावा किया था कि उसने स्पीडपोस्ट से सूचना भेजी थी वहीं अफजल गुरु के परिवार ने सवाल उठाया था कि क्या सरकार की ओर से परिवार को सूचित करने के लिए गंभीरता से प्रयास किए गए थे. जम्मू कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी गुरु के परिवार को डाक के जरिए सूचित करने के औचित्य पर सवाल किया था और कहा था कि माध्यम की विश्वसनीयता ही संदेहयुक्त है.
थरुर के बयान के पहले जम्मू कश्मीर से कांग्रेस के पांच कानून निर्माताओं ने गुरु की फांसी को ‘‘गलती’’ बताया था.कांग्रेस विधायकों ने एक पखवाडा पहले एक बयान में कहा था कि परिवार के सदस्यों को गुरु से मिलने की अनुमति नहीं देना एक गलती थी.

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