कोई यहां नागनाथ है तो कोई सांपनाथ:गोविन्दाचार्य
वाराणसी : नवगठित लोकतंत्र बचाओ मोर्चा के संरक्षक एवं राष्ट्रवादी विचारक के. एन. गोविन्दाचार्य का कहना है कि प्रधानमंत्री पद के तीन संभावित दावेदारों- गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अभी प्रशिक्षण की जरुरत है. देश में काफी वरिष्ठ लोग पड़े हैं. ये तीनों नेता […]
वाराणसी : नवगठित लोकतंत्र बचाओ मोर्चा के संरक्षक एवं राष्ट्रवादी विचारक के. एन. गोविन्दाचार्य का कहना है कि प्रधानमंत्री पद के तीन संभावित दावेदारों- गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अभी प्रशिक्षण की जरुरत है. देश में काफी वरिष्ठ लोग पड़े हैं. ये तीनों नेता पहले केंद्रीय कार्य प्रणाली को समझे और अभी वरिष्ठों की मातहती करें. उन्होंने कहा कि सभी यहां लूटने में लगे हुए हैं. कोई यहां नागनाथ है तो कोई सांपनाथ.
गोविन्दाचार्य ने संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश और देश की सरकार चलाने में गुणात्मक फर्क है. ये बातें मोदी और नीतीश सरीखे नेताओं को समझनी चाहिए. इतना ही नहीं देश के विकास के मॉडल के संदर्भ में ये तीनों ही अस्पष्ट हैं. तीनों देशी सोच से परे हैं और अमेरिका व ब्राजील के मॉडल की नकल करना चाहते हैं. ये मॉडल भारत के लिए अर्थहीन और नुकसानदायक हैं.
कभी भारतीय जनता पार्टी के विचारक रहे गोविन्दाचार्य ने कहा कि ये तीनों नेता भारत में विदेशी पूंजी पर आधारित विकास का रास्ता अपनाना चाहते हैं, जो बेरोजगारी, महंगाई आदि को बढ़ा रहा है. तीनों की प्राथमिकताओं में कुपोषण, जल, जंगल, जमीन, जानवर का कोई उल्लेख ही नहीं है.
गोविन्दाचार्य ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में लोकतंत्र बचाओ मोर्चा का गठन किया गया है. इसके माध्यम से राजनीतिक सुधार और चुनाव सुधार का प्रयास किया जाएगा. इसके तहत सबसे पहले पूरे देश से लोग छह अगस्त को दिल्ली में जंतर मंतर पर इकट्ठा होकर राजनीतिक दलों को सूचना के अधिकार के तहत लाने के लिए धरना देंगे और फिर नौ से 15 अगस्त तक इस मुद्दे पर जनजागरण करेंगे.