साइकिल से कन्याकुमारी से इस्लामाबाद
नयी दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच की कड़वाहट को दूर करने के प्रयास के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के छात्रों के एक दल ने अनोखी पहल करते हुए कन्याकुमारी से इस्लामाबाद की साइकिल से यात्रा शुरु की है और इसी क्रम में यह यात्रा दल अब दिल्ली पहुंचा है.‘वी लव आवर नेबर पाकिस्तान’ की […]
नयी दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच की कड़वाहट को दूर करने के प्रयास के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के छात्रों के एक दल ने अनोखी पहल करते हुए कन्याकुमारी से इस्लामाबाद की साइकिल से यात्रा शुरु की है और इसी क्रम में यह यात्रा दल अब दिल्ली पहुंचा है.
‘वी लव आवर नेबर पाकिस्तान’ की विषयवस्तु पर आधारित इस अभियान के संयोजक प्रवीण सिंह ने ‘भाषा’ से कहा, ‘‘हमारा मकसद दोनों देश में मोहब्बत के पैगाम को पहुंचाना है और ऐसा दोनों देशों के लोग चाहते हैं. हम दोनों देशों के हुक्मरानों तक यह संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि यूरोपीय संघ की तर्ज पर भारतीय उपमहाद्वीप के देशों का महासंघ बनाया जाए ताकि सभी देश और उसके नागरिक विकास के पथ पर आगे बढ़ सकें.’’उन्होंने कहा कि आज दोनों देशों में बड़ी संख्या में लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ा रहा है हालांकि दोनों ही देश अत्याधुनिक हथियार खरीदने और परमाणु बम बनाने की होड़ में लगे हुए हैं.
सिंह ने कहा कि ऐसे में अगर दोनों देशों में संबंध सामान्य हो जाए और भारतीय महाद्वीप के देशों का महासंघ बन जाए तो कई समस्याओं का हल आसानी से निकाला जा सकता है. गत एक जून को कन्याकुमारी से शुरु हुई यह साइकिल यात्रा केरल, कर्नाटक, महराष्ट्र गुजरात, राजस्थान और हरियाणा होते हुए दो दिन पूर्व दिल्ली पहुंची है.कन्याकुमारी से शुरु हुई इस साइकिल यात्रा को केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन ने दो जून को तिरुवनंतपुरम से इस यात्रा को औपचारिक रुप से झंडी दिखाकर रवाना किया था.15 सदस्यीय इस दल में 73 वर्षीय नानू वैद्य भी हैं। नानू ने कहा कि घर से इस्लामाबाद जाने के लिए निकले हैं और कहीं रुकने का मतलब ही नहीं है. हमारा पैगाम मोहब्बत है, जहां तक पहुंचे. यह पूछे जाने पर कि क्या इस्लामाबाद जाने के लिए वीजा मिल गया है, प्रवीण ने कहा कि इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैय्यर व्यवस्था कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अभी तक हम साइकिल से 3000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं और अब हरियाणा होते हुए पंजाब से पाकिस्तान में प्रवेश करेंगे. उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान हमने कर्नाटक के सिद्धरमैया, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, अशोक गहलोत, एच डी देवगौड़ा, शीला दीक्षित, शरद यादव, राम विलास पासवान, चौधरी अजीत सिंह से मुलाकात की है. इसके अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समर्थन का पत्र दिया है.