भोपाल : बहुचर्चित करोडों रुपये के व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले में अब मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे का नाम सामने आया है.मामले की जांच के लिये गठित विशेष कार्यबल (एसटीएफ) द्वारा संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर अदालत में पेश पूरक चालान में राज्यपाल के बेटे शैलेष का नाम सामने आया है.
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पंकज सिंह माहेश्वरी की अदालत में कल एसटीएफ द्वारा पेश किये गये पूरक चालान में संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा 2011 मामले में गिरफ्तार आरोपी उत्तर प्रदेश निवासी वीरपाल के हवाले से बताया गया कि शैलेष को तीन लाख रुपये देकर दस उम्मीदवारों के नामों की सूची व्यापमं की संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा वर्ग तीन के लिये दी गई थी.
वीरपाल ने बताया कि शैलेष को उसके दोस्त विजयपाल ने राजभवन ले जाकर यह सूची और रुपये दिये थे. विजयपाल ने भी अपने बयानों में वीरपाल के बयानों की पुष्टि की है.
अदालत में पेश चालान में वीरपाल के हवाले से बताया गया कि सूची में दिये गये सभी उम्मीदवार लिखित परीक्षा में पास हो गये थे लेकिन अगले चरण में उनका चयन नहीं हो सका क्योंकि उनके पास डी. एड. (डिप्लोमा इन एजुकेशन) बी. एड. (बैचलर इन एजुकेशन) की डिग्री नहीं थी.