निजी कंपनियों पर है परमाणु समझौते को आगे बढाने की जिम्मेदारी: अमेरिकी राजदूत

मुम्बई: अमेरिका ने आज कहा कि भारत के साथ असैन्य परमाणु समझौते को आगे बढाने की जिम्मेदारी अब निजी कंपनियों पर है. अमेरिका ने इसके साथ निजी कंपनियों को दोनों देशों की सरकारों से सभी आवश्यक मदद मुहैया कराने का भी वादा किया.परमाणु समझौते का मुद्दा पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत . […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2015 2:55 AM

मुम्बई: अमेरिका ने आज कहा कि भारत के साथ असैन्य परमाणु समझौते को आगे बढाने की जिम्मेदारी अब निजी कंपनियों पर है. अमेरिका ने इसके साथ निजी कंपनियों को दोनों देशों की सरकारों से सभी आवश्यक मदद मुहैया कराने का भी वादा किया.परमाणु समझौते का मुद्दा पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत . के दौरान प्रमुखता से छाया रहा था.

भारत में नवनियुक्त अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने आज देर शाम यहां एशिया सोसाइटी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘निजी कंपनियों को दिये गए भरोसे का आकलन करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि वे विधिक माहौल के साथ ही अंतरराष्ट्रीय व्यवहारों को लेकर सहज हैं.’’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सरकारें उन कंपनियों की मदद करेंगी जो पिछले महीने ओबामा की भारत . के दौरान हुए उस समझौते से उत्पन्न संभावनाओं से लाभ उठाना चाहती हैं जिससे कुछ वर्ष पहले हुए ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते को क्रियान्वित करने का मार्ग प्रशस्त हुआ हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गत सितम्बर की वाशिंगटन . के बाद परमाणु साङोदारी पर गठित सम्पर्क समूह इन प्रयासों में कंपनियों की मदद करेगा.इस समूह ने ओबामा की यात्रा के दौरान सहमति बनाने के लिए मतभेदों को दूर करने में मदद की थी.
भारत और पाकिस्तान के बीच गत वर्ष विदेश सचिव स्तरीय वार्ता रद्द होने के बाद संबंधों में आये तनाव पर वर्मा ने कहा कि अमेरिका नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच रचनात्मक वार्ता बहाल करने के लिए दोनों देशों के साथ मिलकर काम करेगा.

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