नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में दो सीट और छह फीसदी वोट पाने में नाकाम रहने पर बहुजन समाज पार्टी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा गंवाना तय हो गया है. निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड व जम्मू-कश्मीर विधानसभाओं के चुनाव में सीट और प्राप्त मतों का लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रही बसपा की राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिल्ली की शिकस्त के बाद खत्म हो सकता है.
बसपा को अब राष्ट्रीय पार्टी का दरजा खत्म करने के मामले में नोटिस दी जायेगी तथा इसके लिए चलनेवाली प्रक्रिया आगामी मार्च तक खत्म होगी. बसपा ने दिल्ली की सभी 70 सीटों पर प्रत्याशी उतारे, लेकिन उसे 1.4 प्रतिशत मत ही मिले. बसपा प्रमुख मायावती ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में जोरदार प्रचार किया, लेकिन आम आदमी पार्टी के सामने उसके उम्मीदवार तिनके की तरह उड़ गये.
कई सहूलियतों से हाथ धोना पड़ेगा
बसपा से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिन जाने के बाद उसे मिलनेवाली कई तरह की सहूलियत नहीं मिलेगी. मसलन चुनाव में प्रचार के लिए आकाशवाणी और दरदर्शन से मुफ्त में समय नहीं मिलेगा और न उसका चुनाव चिह्न् हाथी ही बरकरार रह पायेगा. इससे पहले चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा को दो सीट ही मिल सकी थी. पार्टी ने एक सीट झारखंड तथा एक सीट हरियाणा में जीती थी. बसपा को अपना राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा बनाये रखने के लिए झारखंड तथा जम्मू कश्मीर में तीन-तीन सीट और महाराष्ट्र एवं झारखंड में एक-एक सीट जीतना जरूरी था.