राजकोट में अपना मंदिर बनाये जाने पर मोदी आहत कहा, ऐसा मंदिर संस्कृति के खिलाफ
राजकोट :गुजरात के राजकोट में अपना मंदिर बनाये जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जतायी. समर्थकों के एक मंदिर बनाने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी आहत हैं. उन्होंने ट्विटर पर इस संबंध में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने कल मीडिया में खबर देखी है जिससे मैं काफी दुखी हूं. ऐसा मंदिर संस्कृति […]
राजकोट :गुजरात के राजकोट में अपना मंदिर बनाये जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जतायी. समर्थकों के एक मंदिर बनाने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी आहत हैं. उन्होंने ट्विटर पर इस संबंध में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने कल मीडिया में खबर देखी है जिससे मैं काफी दुखी हूं. ऐसा मंदिर संस्कृति के खिलाफ है.उन्होंने ट्वीट किया कि यदि किसी के पास पैसा और समय है तो वह उसे क्लीन इंडिया में खर्च करे. यह देश की भलाई के लिए अच्छा होगा.
Have seen the news about a Temple being built in my name. I was appalled. This is shocking & against India's great traditions.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2015
गौरतलब है कि कोठरिया रोड पर स्थित इस मंदिर का उद्घाटन 16 फरवरी को हो था. मंदिर के गर्भगृह में मोदी की आवक्ष प्रतिमा लगाई गई है. ओम युवा समूह के नेता जयेश पटेल ने कहा कि गुजरात में यह अपनी तरह का पहला मंदिर है जो किसी जीवित व्यक्ति का है. उन्होंने कहा कि समूह के 350 से ज्यादा सदस्यों ने मिलकर मंदिर के निर्माण के लिए छोटे-छोटे दान एकत्र करके इसका निर्माण किया है. अब उनकी योजना वहां रोजाना पूजा करने की थी.अब इस मंदिर के स्थान पर अब भारत माता का मंदिर बनाने का फैसला लिया गया है. मंदिर के निर्माता ने इस संबंध में एक बयान जारी करके जानकारी दी है.मोदी की प्रतिमा को कपड़े से ढंक दिया गया है.
Building such Temples is not what our culture teaches us. Personally, it made me very sad. Would urge those doing it not to do it.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2015
अब मोदी की नाराजगी के बाद मंदिर का उद्घाटन रूक सकता है. गौरतलब है कि इससे पहले अपनी जीवनी पढाये जाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विरोध कर चुके हैं.
If you have time & resources, please devote the same towards fulfilling our dream of a Clean India.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2015