तीन साल में 22 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त : केंद्र

नयी दिल्ली: पिछले तीन साल के दौरान देश में सैन्य बलों के दस मिग 21 विमानों समेत कुल 22 लड़ाकू विमान तथा 18 हेलिकाप्टर दुर्घटना का शिकार हुए जिनमें 44 रक्षाकर्मी तथा पांच नागरिक मारे गए. रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने लोकसभा में सदस्यों के सवालों के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2013 5:20 PM

नयी दिल्ली: पिछले तीन साल के दौरान देश में सैन्य बलों के दस मिग 21 विमानों समेत कुल 22 लड़ाकू विमान तथा 18 हेलिकाप्टर दुर्घटना का शिकार हुए जिनमें 44 रक्षाकर्मी तथा पांच नागरिक मारे गए.

रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने लोकसभा में सदस्यों के सवालों के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 से 2013 तक दस मिग 21 विमानों समेत कुल 22 लड़ाकू विमान तथा 18 हेलिकाप्टर दुर्घटना का शिकार हुए जिनमें 44 रक्षाकर्मी तथा पांच नागरिक मारे गए.

उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि मिग 21 विमान के उन्नत रुप ‘‘बिसन ’’ को 2019 के बाद तथा 2025 तक प्रचालन में रखने की योजना है. एंटनी ने बताया कि मिग 21 को मूल कार्यक्रम के अनुसार 2018 में सेवा से हटाए जाने की योजना है.

उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य की रुस से आपूर्ति में देरी हो रही है. उन्होंने बताया कि जून से सितंबर 2012 के बीच इसके समुद्री परीक्षणों के दौरान कुछ तकनीकी खामियां सामने आने के बाद परीक्षण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी.

इस पोत को वर्ष 2013 की अंतिम तिमाही में भारत को सौंपे जाने की उम्मीद है. एंटनी ने रक्षा भूमि के आवंटन संबंधी एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि 3 सितंबर 2013 की स्थिति के अनुसार लगभग 12364 एकड़ रक्षा भूमि पर अतिक्रमण हैं.

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