राजकोट: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर गुजरात में मंदिर बनाए जाने की खबर पर मोदी द्वारा आज ‘‘स्तब्ध और दुखी’’ होने की बात कहे जाने के बाद इस कदम को अंजाम देने वाले लोगों ने ढांचे को ढहा दिया. ‘ ओम युवा ग्रुप ’ के सदस्यों ने इस नवनिर्मित मंदिर का उद्घाटन होने के तीन दिन पहले ही इसे ढहा दिया. उनके नेता रमेश उन्धाद ने कहा कि मोदी द्वारा अप्रसन्नता जताये जाने के बाद यह कदम उठाया गया.
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के बयान के बाद हमने उनकी प्रतिमा हटा दी थी लेकिन अब हमने पूरे ढांचे को ही गिरा दिया.’’ शहर के कोठारिया रोड पर यह मंदिर सात लाख रुपये की लागत से बनाया गया था और 15 फरवरी को इसका उद्घाटन होना था.इससे पहले मोदी ने आज उनके नाम पर मंदिर बनाये जाने की खबरों पर कहा कि वे इससे स्तब्ध और दुखी हैं.
मोदी ने कई ट्वीट कर कहा, ‘‘ मेरे नाम पर मंदिर बनाए जाने के बारे में खबर देखी. मैं स्तब्ध रह गया. यह विस्मयकारी और भारत की महान परम्पराओं के विरुद्ध है. हमारी संस्कृति हमें ऐसे मंदिर बनाने की सीख नहीं देती. व्यक्तिगत रुप से इसने मुझे दुखी कर दिया. ’’उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा करने वालों से मैं आग्रह करुंगा कि वह ऐसा न करें. अगर आपके पास समय और संसाधन हैं तो कृपया उनका उपयोग एक स्वच्छ भारत बनाने के हमारे सपनों को पूरा करने की दिशा में करें. ’’
प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया के बाद इस मंदिर का निर्माण करने वाले ओम युवा ग्रुप ने 15 फरवरी को इसका उद्घाटन किए जाने के कार्यक्रम को तुरंत रद्द करने की घोषणा की. आयोजकों ने कहा कि मोदी की मूर्ति की जगह ‘‘ भारत माता ’’ की मूर्ति लगायी जायेगी. बहरहाल अंतत: उन्होंने पूरे ढांचे को गिराने का निर्णय किया.
कोठारिया ग्राम पंचायत ने 350 वर्ग गज भूमि ‘भारत माता’ का मंदिर निर्मित करने के लिए इस समूह को दी थी लेकिन बाद में उन्होंने वहां मोदी को समर्पित मंदिर बनाने का निर्णय किया.