धर्मनिरपेक्ष समाज के लिए संभवत: समान नागरिक संहिता के पक्ष में थे नेहरु

नयी दिल्ली: मशहूर इतिहासकार रोमिला थापर ने आज कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु संभवत: एक धर्मनिरपेक्ष समाज की स्थापना के लिए समान नागरिक संहिता के पक्षधर थे. यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज द्वारा यहां आयोजित ‘नेहरु और आज के भारत’ विषय पर आयोजित परिचर्चा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कहीं. हिंदू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2015 2:48 AM

नयी दिल्ली: मशहूर इतिहासकार रोमिला थापर ने आज कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु संभवत: एक धर्मनिरपेक्ष समाज की स्थापना के लिए समान नागरिक संहिता के पक्षधर थे.

यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज द्वारा यहां आयोजित ‘नेहरु और आज के भारत’ विषय पर आयोजित परिचर्चा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कहीं.

हिंदू धर्म के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से नेहरु द्वारा हिंदू कोड बिल लाए जाने की धारणा के विपरीत प्रोफेसर थापर ने कहा कि यह केवल इस मान्यता को लेकर था कि यदि आप एक धर्मनिरपेक्ष समाज चाहते हैं तो आपके पास धर्मनिरपेक्ष नागरिक कानून होने चाहिए जो समान रुप से लागू हों.

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