दिल्ली में सफाया के बाद कांग्रेस पार्टी में बगावत, शीला दीक्षित ने मोर्चा खोला
नयी दिल्ली : दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जीत ने दोनों बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों की मुश्किलें बढा दी है. जहां एक ओर भाजपा अपनी छवि सुधारने की ओर ध्यान दे रही है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में फूट के संकेत मिलने लगे हैं. दिल्ली में ‘आप’ की जीत के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी […]
नयी दिल्ली : दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जीत ने दोनों बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों की मुश्किलें बढा दी है. जहां एक ओर भाजपा अपनी छवि सुधारने की ओर ध्यान दे रही है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में फूट के संकेत मिलने लगे हैं. दिल्ली में ‘आप’ की जीत के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार की छवि को लेकर सतर्क हो गये हैं. लिहाजा, हार के दो दिन बाद ही सरकार के प्रचार तंत्र को जनता की नब्ज टटोलने के लिए आंतरिक आकलन के सिस्टम को दुरुस्त करने के निर्देश दिये हैं.
सरकार के शीर्ष स्तर से मंत्रालय को दो टूक कहा गया है कि सरकार की छवि निर्माण के प्रबंधक के तौर पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी उन पर है. जनता की धारणा को सकारात्मक बनाने के सिस्टम को हर रोज 24 घंटे तैयार रखने की योजना बनायी जा रही है. हर मंत्रलय में सूचना, प्रचार और प्रसार के लिए संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाने की प्रणाली को जल्द से जल्द बनाने की बात है. सरकार को लेकर कुछ नकारात्मक रिपोर्ट जा रही हो, तो उसमें सरकार का पक्ष भी रखा जाये, ताकि जनता तक सरकार की बात भी पहुंचे.
खुल कर सामने आयी कांग्रेस की लड़ाई