नयी दिल्ली : केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) को वर्ष 2014 में भ्रष्टाचार की 63 हजार से अधिक शिकायतें मिलीं जो 2013 के मुकाबले 79 प्रतिशत ज्यादा है. आयोग ने बताया कि पिछले साल उसे 63,288 शिकायतें मिलीं, जबकि 2013 में यह आंकडा 35,332 शिकायतों का था.
सीवीसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘पिछले साल आयोग को भ्रष्टाचार की रिकार्ड शिकायतें उसे मिलीं. उन सभी को निर्धारित समयसीमा में निपटा दिया गया.’ उन्होंने कहा कि शिकायतें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में भ्रष्टाचार के आरोपों से जुडी थीं. शिकायतों की यह संख्या वर्ष 2014 के लिए सीवीसी की महीनेवार रिपोर्ट पर आधारित है.
अधिकारी ने कहा, ‘अंतिम संख्या सीवीसी की वार्षिक रिपोर्ट में दी जाएगी, जो हर साल जून में संसद में पेश की जाती है और फिर उसे सार्वजनिक किया जाता है.’ उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर शिकायतों में ठोस आरोपों के अभाव में कार्रवाई की जरुरत नहीं हुई और इन्हें महज सीवीसी की भ्रष्टाचार से निपटने की नीति के अनुसार दर्ज किया गया.
शेष शिकायतें आवश्यक कार्रवाई और रिपोर्ट के लिए संबंधित मंत्रालयों के मुख्य सतर्कता अधिकारियों के पास भेज दी गईं. वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार सीवीसी को वर्ष 2012 में 37,039, वर्ष 2011 में 16,929 और 2010 में 16,260 शिकायतें मिली थीं.