विकास की बात करके भ्रष्टाचार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, खेमका का इशारा किस तरफ?
चंडीगढ़ः वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील को लेकर चर्चा में आने वाले आईएएस अधिकारी अशोक खेमका एक ट्वीट के कारण एक बार फिर चर्चा में हैं. भ्रष्ट्राचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले खेमका ने इस बार अपने ट्वीट से कई सवाल खड़ा करने की कोशिश की है. उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा है विकास की […]
चंडीगढ़ः वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील को लेकर चर्चा में आने वाले आईएएस अधिकारी अशोक खेमका एक ट्वीट के कारण एक बार फिर चर्चा में हैं. भ्रष्ट्राचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले खेमका ने इस बार अपने ट्वीट से कई सवाल खड़ा करने की कोशिश की है. उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा है विकास की बात करके भ्रष्टाचार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. भ्रष्टाचार सत्ता की अभिव्यक्ति है, जो अनुचित और गैर मानवीय तरीके से लोगों को अपना शिकार बनाता है.
हालांकि खेमका ने स्पष्ट नहीं किया की उनकी टिप्पणी किस पार्टी के लिए है लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली शानदार जीत के बाद खेमका के ट्वीट को एक अलग नजरिये से देखा जा रहा है. ट्वीट में ‘विकास की बात कर भ्रष्टाचार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता’ लिखा होने पर चर्चा शुरू हो गई है.
Corruption cannot be divorced from the talk on development. Corruption is an expression of power; unfair and de-humanising to its victim.
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) February 15, 2015
खेमका ने अपने ट्वीट में कहा कि आम आदमी पार्टी और केजरीवाल की इतनी बड़ी जीत का संदेश स्पष्ट है कि यह किसी राजनीतिक दल की जीत नहीं बल्कि लोगों का व्यवस्था के प्रति गुस्सा है. इस ट्वीट को 346 से ज्यादा लोग रि-ट्वीट कर चुके हैं और कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है. खेमका समय समय पर भ्रष्टाचार से जुड़े मामले उठाते रहे हैं. पिछले माह ही लैंड डील की जांच से जुड़े दस्तावेज के गायब होने के मामला दर्ज करने की भी सिफारिश की है. खेमका की छवि एक ईमानदार सरकारी अफसर के रूप में है.