हैदराबाद : एक चिकित्सक सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर हैदराबाद पुलिस ने श्रीलंका या ईरान के अस्पतालों में भारतीय रोगियों के किडनी प्रतिरोपण गिरोह का भंडाफोड करने का दावा किया है. आयुक्त कार्यबल (पश्चिम जोन) के अधिकारियों ने आज महाराष्ट्र के शिरडी निवासी डॉ. हृदेश सक्सेना उर्फ कुमार (60), नगर निवासी व्यवसायी के. रघुवेंदर, छात्र ए. अशोक और पासपोर्ट एजेंट संजय कुमार जैन को गिरफ्तार किया.
उन्होंने कहा कि अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार ने कहा कि डॉ. सक्सेना गिरोह का सरगना था. प्रतिरोपण कराने वाले को 30 लाख रुपये खर्च करने पडते थे जबकि सक्सेना को हर प्रतिरोपण में आठ लाख रुपये का फायदा होता था. रघुवेंदर उर्फ डॉ. संजय कपूर, सक्सेना के एजेंट के रूप में काम कर रहा था और उसे हर डोनर से तीन लाख रुपये का कमीशन मिलता था.
अशोक रघुवेंदर के लिए काम करता था और 50 हजार रुपये कमीशन के बदले डोनर की तलाश करने में मदद करता था जबकि जैन 30 हजार से 40 हजार रुपये लेकर पासपोर्ट की व्यवस्था करता था. अधिकारी ने बताया, ‘वे युवकों को सोशल मीडिया और एजेंट के माध्यम से लुभाते और धन के लिए किडनी बेचने का लालच देते थे.
जिन डोनर के पास पासपोर्ट होता था उन्हें पांच लाख रुपये दिए जाते जबकि जिनके पास नहीं होता था उन्हें तीन लाख रुपये दिए जाते थे.’