नयी दिल्ली : दिल्ली में आप की राजनीति को मुफ्त सौगात की राजनीति करार देते हुए आरएसएस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला किया है. अपने मुखपत्र में आरएसएस ने कहा है कि इसमें देश के विकास को बाधित करने की क्षमता है. मुखपत्र के नवीनतम संस्करण के संपादकीय में दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजों को ‘अद्भुत’ बताया गया है साथ ही अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी की जीत को ‘भयावह’ करार दिया गया है.
वहीं दूसरी ओर आरएसएस ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री पद की दावेदार किरण बेदी के आने से फायदे की जगह नुकसान हुआ. अब इस बात की पुष्टि बीजेपी की मातृ संगठन कहे जाने वाले राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने भी कर दी है.
अपने मुखपत्र ‘पांचजन्य’ के ताजा अंक में संघ ने बीजेपी की हार के कारणों का विश्लेषण किया है. संघ ने किरण बेदी के सीएम कैंडिडेट बनाए जाने को बीजेपी की बड़ी भूल माना है. इसके साथ ही संघ ने पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी को पार्टी की हार की एक बड़ी वजह माना है.
संपादकीय में लिखा गया है, ‘डर इस बात का है कि केजरीवाल अपने मुफ्त की सौगात के एजेंडा को आगे बढाएंगे और टकराव की राजनीति करेंगे. दूसरे दल भी इसका पालन करेंगे और इस मॉडल को अपनाएंगे. भाजपा के विरोध की रणनीति को अपनाते हुए उनको हर चीज के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराने में सहूलियत आएगी.’
इसमें लिखा गया है, ‘इस तरह दबाव बनाकर ये ताकतें केंद्र को भी लोक लुभावने कदम उठाने को बाध्य करेंगी. अगर ऐसा होता है तो यह सरकार के विकास एजेंडा और देश हित के लिए खतरनाक होगा.’ इसमें आगे दावा किया गया है कि यह कहना गलत नहीं होगा कि आप और इस तरह के दलों द्वारा बढाई जा रही मुफ्त सौगात की राजनीति से ‘विकास दर बाधित होने की आशंका’ है.