क्या किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाना सही था : आरएसएस मुखपत्र

नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवकसंघ (आरएसएस) के मुखपत्र पांचजन्य में एक ओर जहां किरण बेदी को पार्टी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने पर प्रश्न खडा किया गया है, वहीं भाजपा से यह सवाल भी किया गया है कि क्या पार्टी को एकजुटता एवं योजना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2015 8:32 PM

नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवकसंघ (आरएसएस) के मुखपत्र पांचजन्य में एक ओर जहां किरण बेदी को पार्टी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने पर प्रश्न खडा किया गया है, वहीं भाजपा से यह सवाल भी किया गया है कि क्या पार्टी को एकजुटता एवं योजना के अभाव और हर परिस्थिति में डटे रहने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का खामियाजा भुगतना पडा ?

आरएसएस के मुखपत्र में एक लेख में कहा गया है कि पार्टी के लिए नतीजों की चिंता करने से ज्यादा चिंतन करने की जरुरत है. भाजपा नेताओं को इस बात का जवाब तो देना ही चाहिए कि उनके पास विचार की पताका और हर परिस्थिति में डटे रहने वाले कार्यकर्ताओं के अलावा और कौन सी पूंजी है ?

मुखपत्र में एक अलग से लिखे गए लेख में कहा गया है, ‘‘सवाल यह भी है कि भाजपा क्यों हारी ? क्या किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना सही निर्णय था ? अगर हर्षवर्धन या दिल्ली के किसी दूसरे नेता को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रुप में पेश किया जाता या बिना किसी को पेश किये ही चुनाव लडते तब क्या परिणाम अलग होते ? ’’

लेख में कहा गया है, ‘‘ क्या मोदी सरकार के आठ माह के शासन की उपलब्धियों को दिल्ली भाजपा के नेता जनता तक पहुंचाने में नाकाम रहे या सिर्फ मोदी नाम के सहारे चुनाव जीतने की आस लगाए बैठे थे ? या फिर संगठन में एकजुटता, रणनीति और सबसे जरुरी कार्यकर्ताओं की भावनाओं के सम्मान की कमी हार की वजह रही ? ’’

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