पाकिस्तानी बोट मामले में DIG लोशाली का दावा खोखला निकला, कारण बताओ नोटिस जारी
बेंगलुरु : पाकिस्तानी बोट मामले में डीआईजी लोशाली अपने उलट-पुलट बयान को लेकर फंसते नजर आ रहे हैंं.अखबार की खबर को गलत बताते हुए डीआईजी लोशाली ने दावा किया था कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही. लेकिन एक विडियो जारी किया गया है जिसमें उनका दावा खोखला साबित होता है. इस विडियो में वह […]
बेंगलुरु : पाकिस्तानी बोट मामले में डीआईजी लोशाली अपने उलट-पुलट बयान को लेकर फंसते नजर आ रहे हैंं.अखबार की खबर को गलत बताते हुए डीआईजी लोशाली ने दावा किया था कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही. लेकिन एक विडियो जारी किया गया है जिसमें उनका दावा खोखला साबित होता है. इस विडियो में वह स्पष्ट कहते देखे जा सकते हैं कि हमने पाकिस्तानी नौका को उड़ा दिया.
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि उनका मंत्रालय इस बयान पर कायम है कि घुसपैठिया पाकिस्तानी नौका ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर पोरबंदर तट के समीप खुद को विस्फोट से उडा लिया था. इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने तटरक्षक बल के उस अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के संकेत दिए हैं जिन्होंने दावा किया था कि नौका को तटरक्षक बल ने डुबोया था. जानकारी के मुताबिक रक्षा मंत्रालय ने डीआईजी लोशाली को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. उनसे इस पूरे मामले पर जवाब मांगा गया है. पर्रिकर ने कहा कि वह दिल्ली पहुंचने पर इस मामले पर सारे सबूत सामने रखेंगे.
रक्षा मंत्री ने तटरक्षक बल द्वारा चुनौती दिए जाने पर पाकिस्तानी नौका पर सवार चालक दल के सदस्यों द्वारा नौका में आग लगाए जाने के मंत्रालय की ओर से दिए गए और अपने बयान पर कायम रहते हुए यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ रक्षा मंत्रालय ने बेहद स्पष्ट बयान दिया था. हम उस पर कायम हैं.’’ पर्रिकर ने इसके साथ ही संकेत दिया कि यदि बल के डीआईजी बी के लोशाली ने मंत्रलय के नजरिए से अलग विरोधाभासी बयान दिया है तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि कल कोई बयान देता है जो गलत है तो आप उसके खिलाफ अधिक से अधिक अनुशासनात्मक कार्रवाई का मामला बना सकते हैं. अधिक से अधिक यदि आप यह साबित कर देते हैं कि उसने बयान दिया है , आप उसके खिलाफ कार्रवाई करने का मामला बना सकते हैं. इससे जमीनी सचाई नहीं बदल जाती.’’ मंत्री से लोशाली के इस बयान के बारे में पूछा गया था जिसमें उन्होंने कहा है कि यह तटरक्षक बल था जिसने 31 दिसंबर 2014 की रात को पाकिस्तानी नौका को उडाया था.
लोशाली के बयान पर सवालों के जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि यदि डीआईजी ने टिप्पणियां की हैं तो वह कार्रवाई करेंगे लेकिन केवल मामले की जांच के बाद ही. उन्होंने कहा कि वह तथ्यों का पता लगाने के लिए वीडियो रिकार्डिंग की कापी मंगवाएंगे. बताया जाता है कि लोशाली ने कल कहा, ‘‘ मैं आपको बता दूं उम्मीद करता हूं कि आपको 31 दिसंबर की रात याद होगी. हमने पाकिस्तान को उडा दिया. हमने उन्हें उडा दिया. मैं वहां गांधीनगर में था और मैंने रात में कहा , बोट को उडा दो. हम उन्हें बिरयानी नहीं पेश करना चाहते.’’
उत्तर पश्चिमी क्षेत्र के चीफ आफ स्टाफ लोशानी ने हालांकि आज अपने कथित बयान से पीछे हटते हुए कहा कि उनकी बात को गलत तरीक से तोडमरोडकर पेश किया गया है. मंत्री ने यह भी कहा कि वह घटना के संबंध में ‘‘सबूत पेश कर सकते हैं.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह सबूत को सार्वजनिक करेंगे , उन्होंने कहा, ‘‘ मैं कर सकता हूं.’’ अभी तक रक्षा मंत्रालय और तटरक्षक यह कहता आया है कि यह पाकिस्तानी नौका का चालक दल था जिसने नौका में आग लगायी या वे उस विस्फोट के लिए जिम्मेदार थे जिसने पोरबंदर के तट से 365 किलोमीटर दूर नौका को नष्ट कर दिया.