प्रद्युत बोरा ने पार्टी छोडी, कहा- खत्म हो गई है भाजपा में लोकतांत्रिक परंपरा
गुवाहाटी : असम में भाजपा नेता प्रद्युत बोरा के पार्टी छोड़ने पर राजनीति गर्म हो गई है. भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य प्रद्युत बोरा ने बुधवार को भाजपा पर यह आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया कि केंद्र सरकार और पार्टी में लोकतांत्रिक परंपरा खत्म हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा […]
गुवाहाटी : असम में भाजपा नेता प्रद्युत बोरा के पार्टी छोड़ने पर राजनीति गर्म हो गई है. भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य प्रद्युत बोरा ने बुधवार को भाजपा पर यह आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया कि केंद्र सरकार और पार्टी में लोकतांत्रिक परंपरा खत्म हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर उन्होंने निशाना साधा है. बोरा ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को चार पृष्ठ के भेजे खत में इस्तीफे की वजह, पार्टी द्वारा कथित तौर पर कांग्रेस के विद्रोही पूर्व मंत्री हिमन्ता बिश्वा सरमा को पार्टी में शामिल करने पर विचार करने और सिद्धार्थ भट्टाचार्य को असम ईकाई का प्रमुख बनाने को बताई है.
बोरा ने सवाल किया है कि क्या मोदी ने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं को क्षति पहुंचाई हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ विदेश मंत्री नाम मात्र ही जानती हैं कि विदेश सचिव बर्खास्त की जाने वाली हैं, कैबिनेट मंत्री अपने ओएसडी :ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी: नियुक्त नहीं कर सकते हैं और शक्ति तेजी से प्रधानमंत्री कार्यालय :पीएमओ: में केंद्रीकृत हो रही है. इसने मुङो हैरत में डाला: क्या देश में कैबिनेट प्रणाली अभी भी अस्तिव में है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह देखकर मुझे दुख हो रहा है कि न कोई कैबिनेट मंत्री, न कोई राष्ट्रीय पदाधिकारी, न ही कोई सांसद इस लोकतांत्रिक परंपरा की समाप्ति पर मोदी जी से सवाल करने की हिम्मत जुटा पा रहा है.’’ बोरा ने अमित शाह के ‘‘निर्णय लेने की अत्यधिक केंद्रीकृत शैली पर सवाल किया और कहा कि कई पदाधिकारी खुद को बिना अधिकार का महसूस करते हैं.’’