इंदौर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ से प्रेरणा लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सूबे की आर्थिक राजधानी इंदौर को खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त कराया जायेगा. चौहान ने यहां नगर निगम की नवनिर्वाचित महापौर मालिनी गौड और पार्षदों के शपथग्रहण समारोह में कल रात कहा, ‘मोदी की अगुवाई में देश में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है. इसी तर्ज पर हम इंदौर को खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त कराने का संकल्प लेते हैं. इस संकल्प को हकीकत में बदलने के लिये प्रदेश सरकार धन की पूरी व्यवस्था करेगी.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘शौच के लिये खुले में जाना मानवीय मर्यादा के खिलाफ है. खासकर महिलाओं को इस सिलसिले में खासी दिक्कतों का सामना करना पडता है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि शहर के हर घर में शौचालय हो. अगर गरीब बस्ती के किसी घर में शौचालय बनाने के लिये जगह ही नहीं है, तो वहां सार्वजनिक शौचालय बनाये जायेंगे.’ उन्होंने कहा कि वह कल 21 फरवरी को इंदौर आकर नगर निगम के स्वच्छता अभियान का नेतृत्व करेंगे.
मुख्यमंत्री ने इस अभियान के लिये जरुरी सामग्री और उपकरणों की खरीद के लिये पांच करोड रुपये देने की घोषणा भी की. इसके अलावा, चौहान ने नगर निगम के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को चेताया कि वे शहर में ठेके लेने से दूर रहें. उन्होंने कहा, ‘भाजपा के पार्षद और अन्य नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि नगर निगम की सीमा में ठेकेदारी के काम न करें. उन्हें यह काम करने से रोकने के लिये भाजपा बाकायदा आचार संहिता बना रही है.’ मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि प्रदेश सरकार इंदौर को ‘ग्लोबल, स्मार्ट और डिजिटल सिटी’ के रुप में विकसित करने के लक्ष्य पर काम कर रही है.
उन्होंने विस्तृत जानकारी दिये बगैर बताया कि अमेरिका की पांच कम्पनियों ने प्रदेश सरकार के सामने इच्छा जतायी है कि वे इंदौर में अपनी इकाइयां लगाना चाहती हैं. लोकसभा अध्यक्ष और इंदौर की सांसद सुमित्र महाजन और प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी भरोसा दिलाया कि वे शहर के चौतरफा विकास के लिये अपनी ओर से हरसंभव मदद करेंगे.