पटना : आज सुबह पाक हमले में अपनी जान गंवाने वाले बिहार के चार सपूतों और मराठा रेजीमेंट एक जवान का अंतिम सरकार कर दिया गया. लेकिन अंतिम सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उपस्थित न होने के कारण उन्हें निंदा का शिकार होना पड रहा है.
गौरतलब है कि कल रात जब इन शहीदों का शव पटना एयरपोर्ट लाया गया, तो उनकी अगुवाई में मुख्यमंत्री तो दूर प्रदेश का कोई मंत्री भी नहीं पहुंचा. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अभी दिल्ली गये हुए हैं. प्रदेश सरकार की इस बेरुखी ने उन्हें विपक्ष की निंदा का केंद्र बना दिया है.
भाजपा नेता गिरिराज ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए उन्हें संवेदनहीन मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है. उन्होंने कहा कि इतना संवेदनहीन मुख्यमंत्री उन्होंने अपने जीवन में नहीं देखा. मात्र दस लाख रुपये मुआवजा घोषित कर देने से इन शहीदों को सम्मान नहीं मिलेगा, बल्कि उनके परिजनों के साथ खडा होना सरकार के लिए जरूरी है.
शहीद हुए सैनिकों से ऐसी बेरुखी को लेकर लोगों में काफी नाराजगी है. पटना एयरपोर्ट पर सुशील मोदी और गिरिराज सिंह समेत बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे. इन लोगों का आरोप है कि नीतीश सरकार संवेदनहीन है. इससे पहले जवानों के शव पुंछ से जम्मू लाए जाने पर वहां भी कोई अधिकारी या मंत्री नहीं पहुंचा था.
एयरफोर्स का विशेष विमान शहीदों विजय राय (बिहटा), शंभू शरण सिंह (भोजपुर), प्रेमनाथ सिंह (छपरा) और रघुनंदन (छपरा) के शवों को लेकर बुधवार रात 10 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचा. स्टेट हैंगर में सेना की सलामी के बाद जवानों के शवों को उनके पैतृक गांवों के लिए रवाना कर दिया गया. एयरपोर्ट पर बिहार सरकार के किसी भी मंत्री के न आने को लेकर रात 11 बजे जब एबीपी न्यूज के रिपोर्टर ने कई मंत्रियों के घर पर दस्तक दी.