फरीदाबाद : भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के अगुवा रहे अन्ना हजारे ने आज भूमि अध्यादेश मुददे पर लोकपाल के तरीके के आंदोलन की चेतावनी दी और लोगों से इस उददेश्य के लिए एकजुट होने तथा जेल जाने के लिए तैयार रहने को कहा. जंतर मंतर पर 23 फरवरी से प्रस्तावित दो दिवसीय प्रदर्शन के लिए यहां से दिल्ली के लिए अपना ‘जल जंगल जमीन’ मार्च शुरु करते हुए हजारे ने दावा किया कि पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से 50 हजार से अधिक किसान भूमि अधिग्रहण विधेयक में बदलाव के खिलाफ उनके आंदोलन में शामिल होंगे.
इसी बीच खबर है कि अन्ना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने आंदोलन से जुडने की अनुमति दे दी है लेकिन वे उन्हें मंच पर जगह नहीं देंगे. अन्ना ने बताया कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कई बार आंदोलन में जुड़ने का अनुरोध कर चुके हैं. उन्होंने उन्हें सहयोग करने के लिए कह दिया है, लेकिन जंतर-मंतर पर जब यात्रा पहुंचेगी, तो उन्हें मंच पर नहीं आने दिया जाएगा. हजारे ने कहा कि नेता बनने में कोई दोष नहीं है, बशर्ते राजनीति सेवा भाव से होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘एकबार लोग जागरुक हो जाएं, रामलीला मैदान पर बडा आंदोलन शुरु किया जाएगा. इसके बाद हम दिल्ली नहीं छोडेंगे बल्कि ‘जेल भरो’ अभियान चलाएंगे.’’ हजारे ने कहा कि अगर सरकार बदलाव करती है तो आंदोलन तीन महीने बाद भी समाप्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने पलवल में एकत्रित लोगों से कहा, ‘‘जेल जाने के लिए तैयार रहो.’’ हजारे ने आरोप लगाया कि राजग सरकार उद्योगपतियों को फायदा पहुंचा रही है और किसानों के अधिकार ‘‘छीन रही है.’’