मुंबई : महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी :एमपीसीसी: ने वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता गोविंद पानसरे की हत्या के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की. यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एमपीसीसी अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी कल कम्युनिस्ट पार्टियों द्वारा आहूत महाराष्ट्र बंद में शामिल होंगी. टोल के खिलाफ आवाज उठाते रहे मशहूर वामपंथी नेता पानसरे और उनकी पत्नी उमा को 16 फरवरी को कुछ अज्ञात हमलावरों ने उस वक्त गोली मार दी थी जब वे सुबह की सैर पर थे.
पानसरे ने शुक्रवार रात दम तोड दिया. ठाकरे ने कहा, ‘‘पानसरे की हत्या राज्य में प्रगतिशील आंदोलन का गला घोंटने की एक कोशिश है. अंधविश्वास के खिलाफ लडाई लडने के लिए मशहूर रहे नरेंद्र दाभोलकर की हत्या भी फासीवादी एवं साम्यवादी सोच की ही देन थी.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर राज्य में प्रगतिशील सामाजिक आंदोलनों के नेताओं को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की. ठाकरे ने कहा, ‘‘यदि नाथूराम गोडसे के महिमामंडन और गांधीवादी विचारों की हत्या की कोशिशें तत्काल नहीं रुकीं तो समाज को भारी कीमत चुकानी होगी.’’ मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि जब फडणवीस, जिनके पास गृह विभाग का भी प्रभार है, विपक्ष में थे तो उन्होंने नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के बाद गृह मंत्री का इस्तीफा मांगा था.
उन्होंने कहा, ‘‘अब हम उनसे जानना चाहेंगे कि मुख्यमंत्री के रुप में उनकी क्या राय है.’’ ठाकरे ने फडणवीस की इस टिप्पणी के लिए भी उन्हें आडे हाथ लिया कि विचारधारा का मुकाबला विचारधारा के जरिए ही किया जाना चाहिए. कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘‘वह किस विचारधारा का समर्थन करते हैं ?’’ ठाकरे ने इस बात पर भी अफसोस जताया कि प्रोटोकोल के अभाव में पानसरे का शव मुंबई हवाई अड्डे पर एक घंटे से भी ज्यादा समय तक रोक कर रखा गया. उन्होंने कहा, ‘‘यह मुख्यमंत्री की असंवेदनशीलता दर्शाता है.’’
पानसरे की मौत पर वाम ने विभाजनकारी साम्प्रदायिक ताकतों की आलोचना की
प्रख्यात भाकपा नेता गोविंद पानसरे पर हुए जानलेवा हमले पर वाम दलों ने आज कहा कि यह घटना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति विभाजनकारी साम्प्रदायिक ताकतों की बढती असिहष्णुता को जाहिर करती है. साथ ही, इन अमानवीय और लोकतंत्र विरोधी कदमों को शिकस्त देने की अपील की. टोल टैक्स के खिलाफ आंदोलन करने वाले इस शख्स पर हुए हमले की तीखी निंदा करते हुए छह वाम दलों ने आरोप लगाया कि दोषियों को पकडने में महाराष्ट्र सरकार की नाकामी ने निष्क्रियता को जाहिर कर दिया है. पानसरे मुंबई के अस्पताल में कल दम तोड दिया। उन्हें गोली मार दी गई थी.
छह पार्टियों भाकपा, माकपा, फारवर्ड ब्लॉक, भाकपा एमल लिबरेशन, रिवोल्युशनरी सोशलिस्ट पार्टी और सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया :कम्युनिस्ट: ने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि हम सभी वाम और लोकतांत्रिक ताकतों से इस तरह के अमानवीय और लोकतंत्र विरोधी कदमों को शिकस्त देने की अपील करते हैं. महाराष्ट्र सरकार से प्रभावी कार्रवाई करने और दोषियों की गिरफ्तारी करने की अपील करे हुए वाम दलों ने अपनी संबद्ध पार्टी इकाइयों से पानसरे की हत्या के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन करने को कहा. गौरतलब है कि 16 फरवरी को सुबह की सैर करने के दौरान पानसरे और उनकी पत्नी पर अज्ञात हमलावरों ने गोलियां चलाई थी.