केजरीवाल और राहुल विरोध प्रदर्शन में मंच साझा नहीं कर सकतेः हजारे

नयी दिल्ली: भूमि अध्यादेश के खिलाफ कल से यहां दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने इस अध्यादेश को किसान विरोधी करार देते हुए आज कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस आंदोलन में शामिल हो सकते हैं लेकिन वे उनके साथ मंच साझा नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2015 9:31 PM

नयी दिल्ली: भूमि अध्यादेश के खिलाफ कल से यहां दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने इस अध्यादेश को किसान विरोधी करार देते हुए आज कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस आंदोलन में शामिल हो सकते हैं लेकिन वे उनके साथ मंच साझा नहीं करेंगे.

हजारे ने कहा कि उन्हें आम कार्यकर्ताओं के साथ बैठना होगा. इसके साथ ही 77 वर्षीय हजारे ने यह भी कहा कि उन्होंने फोन पर केजरीवाल से बात की और वह कल उनसे मुलाकात करेंगे और आगे के कदम पर चर्चा करेंगे.उन्होंने कहा, ‘‘यह अध्यादेश किसानों के खिलाफ है. कृषि प्रधान देश में जब किसानों का उत्पीडन हो लोगों को एकजुट होकर खडे होना चाहिए. इसलिए हम चाहते हैं कि चाहे केजरीवाल की पार्टी हो या कोई अन्य विपक्षी पार्टी सभी कार्यकर्ताओं को इस आंदोलन को आगे बढाने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए.’’ हजारे ने यह भी कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जतायी है.
हजारे ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैंने उनसे कहा कि कार्यकर्ता मंच पर ना आयें, वे आंदोलन में शामिल हो सकते हैं. हम इस बारे में विस्तार से बात करेंगे क्योंकि मैं उनसे कल मुलाकात कर रहा हूं. हम बात करेंगे और अगला कदम तय करेंगे.’’ कांग्रेस की ओर से उनके आंदोलन को समर्थन देने की इच्छा जताये जाने के बारे में पूछे जाने पर भ्रष्टाचार निरोधक कार्यकर्ता हजारे ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां ऐसे आंदोलनों का इस्तेमाल चालाकी से एक दूसरे के खिलाफ करती हैं. यदि कांग्रेस उपाध्यक्ष आंदोलन में शामिल होना चाहते हैं वह आकर आम जनता के बीच बैठ सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘यदि कोई मुख्यमंत्री आना चाहता है और हमारे विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनना चाहता है तो वह आ सकता है. यह अध्यादेश किसानों के खिलाफ और उद्योग घरानों के पक्ष में है. ऐसा लगता है कि ‘अच्छे दिन’ केवल उद्योग घरानों के लिए आये हैं.’’ हजारे किसान संघों के साथ मिलकर अध्यादेश के खिलाफ यहां जंतर मंतर पर दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन करेंगे जो कल से शुरु होगा जब संसद का बजट सत्र शुरु होगा.

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