संसद के संयुक्त सत्र में बोले राष्ट्रपति, मेरी सरकार टीम इंडिया की भावना से कर रही है काम
नयी दिल्ली : संसद के बजट सत्र की आज शुरुआत हो गयी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का यह पहला पूर्ण बजट होगा. बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र के संबोधन से हुई. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार सबका साथ सबका विकास के नारे के अनुरूप कार्य कर […]
नयी दिल्ली : संसद के बजट सत्र की आज शुरुआत हो गयी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का यह पहला पूर्ण बजट होगा. बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र के संबोधन से हुई. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार सबका साथ सबका विकास के नारे के अनुरूप कार्य कर रही है.
राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार गरीबों, वंचितों के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सभी वर्गो व अल्पसंख्यकों के विकास के लिए भी मेरी सरकार प्रतिबद्ध है. राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार ने 35 योजनाओं को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना में शामिल किया है.
उन्होंने कहा कि इसी साल एलपीजी की लाभ अंतरण योजना 1 जनवरी से लागू की गयी है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सभी सांसदों से अपील की कि वे अपने सांसद कोष का 50 प्रतिशत स्वच्छ भारत योजना पर खर्च करें. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने स्किल डेवलमेंट के लिए एक नया मंत्रालय बनाया है.
उन्होंने कहा कि इस साल मेरी सरकार ने सभी स्कूलों को शौचायल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा कि गरीबी दूर करने के लिए मनरेगा के तहत कार्य हो रहा है.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने संसद भवन पहुंचने पर कहा कि उन्हें विश्वास है कि बजट सत्र में राष्ट्रहित में सभीपार्टियोंका सहयोग मिलेगा. उन्होंने कहा कि कल मैं सभी पार्टियों के नेताओं से मिला था. उसमें देश हित के अहम मुददों पर चर्चा हुई थी. प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट सत्र किसी भी सरकार के लिए महत्वपूर्ण होता है और यह देश के लिए भी महत्वपूर्ण होता है.
उन्होंने कहा कि बजट सत्र के माध्यम से सरकार सामान्य मानविकी की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करती है. उन्होंने कहा कि सभी दलों के सहयोग से राष्ट्रहित में अच्छा कार्य किया जायेगा.इस बजट सत्र में 26 फरवरी को रेल बजट आयेगा. 27 को आर्थिक समीक्षा आयेगी व 28 को आम बजट आयेगा.संसद का बजट सत्र शुरू, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का दोनों सदनों को संयुक्त संबोधन आरंभ.