योग से बलात्कार की घटनाओं में आएगी कमी : मुरली मनोहर जोशी
नयी दिल्ली : वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने आज कहा कि यदि हर आम आदमी अपने जीवन में योग को अपनाए, तो इससे देश में बलात्कार की घटनाओं को कम करने में मदद मिलेगी. जोशी ने यह भी कहा कि मुस्लिम दिन में पांच बार योग करते हैं और उन्होंने ‘पैगम्बर मोहम्मद को […]
नयी दिल्ली : वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने आज कहा कि यदि हर आम आदमी अपने जीवन में योग को अपनाए, तो इससे देश में बलात्कार की घटनाओं को कम करने में मदद मिलेगी. जोशी ने यह भी कहा कि मुस्लिम दिन में पांच बार योग करते हैं और उन्होंने ‘पैगम्बर मोहम्मद को सबसे महान योगी’ बताया. उनकी यह टिप्पणी विवाद पैदा कर सकती है. उन्होंने कहा, ‘मेरा यह मानना है कि यदि आम आदमी की जिंदगी में योग आ जाए तो आए दिन होने वाली बलात्कार की घटनाएं मैं यह नहीं कहूंगा कि वे बिल्कुल खत्म हो जाएंगी, लेकिन निश्चित रूप से उनमें कमी आएगी.’
उन्होंने कहा, ‘इससे पुरुषों और महिलाओं के बीच में एक नयी सोच पैदा होगी. मानव शरीर के बारे में सोच में बदलाव आएगा कि शरीर एक ऐसी मशीन है जिसे प्रकृति ने हमें बडे मकसद के लिए प्रदान किया है, लोगों का ध्यान इस ओर जाएगा.’ वह यहां योग पर आधारित एक समारोह में बोल रहे थे. महर्षि महेश योगी द्वारा पेश योग की एक विधि पर न्यूयार्क में किए गए प्रयोग का जिक्र करते हुए जोशी ने कहा कि जब एक विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने इसकी समीक्षा की तो पाया कि न्यूयार्क में अपराध दर कम हो गयी है और जेलों में कैदियों के व्यवहार में बदलाव आया है.
जोशी ने कहा, ‘हमारे मुस्लिम भाई एक दिन में पांच बार योग करते हैं. नमाज में बैठने की मुद्राएं, दो या तीन मुद्रा, आप बता पाएंगे कि वे कौन सी होती हैं.’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं समझता हूं कि मोहम्मद साहब एक महान योगी थे. ईश्वर से प्रार्थना करने की यह विधि इसे योग से जोडती है. वह बिना योग का अभ्यास किए इसे नहीं कर सकते थे.’ कौशल विकास पर सरकार द्वारा दिए जा रहे ध्यान का उल्लेख करते हुए जोशी ने कहा कि आयुष, शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल समेत विभिन्न मंत्रालयों के बीच समन्वय समूह होना चाहिए ताकि यह देखा जा सके कि योग का किस तरह से सामाजिक और आर्थिक जीवन में इस्तेमाल किया जा सकता है.
सेना में योग का प्रचार करने वाले एक पूर्व सेना प्रमुख का जिक्र करते हुए जोशी ने सुझाव दिया कि देश के सुरक्षा बलों को भी योग की शिक्षा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मेरा सुझाव यह है कि हमारे देश की सेना और पुलिस को योग की शिक्षा तथा अभ्यास सिखाया जाना चाहिए. यदि पुलिसकर्मी योग करना शुरू करते हैं तो वे बातचीत के माध्यम से लोगों को समझाने में सक्षम होंगे और इस प्रकार उनके व्यवहार में भी बदलाव आएगा.’
उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति वेदों या उपनिषदों के मंत्रों का उच्चारण कर कोई काम शुरू करता है तो उसके परिणाम अच्छे होंगे. योग को न केवल इंसानों, बल्कि पक्षियों और जानवरों के लिए भी बताते हुए वरिष्ठ नेता ने कहा कि योग मानवों के साथ ही जानवरों को भी जोडता है.
उन्होंने कहा, ‘यदि आप ध्यानपूर्वक देखें. प्रकृति में, जानवर और पक्षी भी योग करते हैं. मयूर आसन, सर्प आसन यह प्राकृतिक है. ऐसा नहीं है कि यह केवल इंसानों के लिए है बल्कि जानवरों और पक्षियों के लिए भी है. यह भी संभव है कि ये कीडे मकौडों के लिए भी हो. यह हमें न केवल इंसानों से बल्कि जानवरों से भी जोडता है.’
जोशी ने कहा कि योग पूरे देश में शांति, व्यवस्था और समृद्धि लाने का महानतम विकल्प है. उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा के प्रत्येक क्षेत्र में योग को लागू करना बेहद जरुरी है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत योग, आयुर्वेद और संस्कृत भाषा के जरिए विश्व को फायदा पहुंचा सकता है.