पाकिस्तानी बोट मामला : डीआइजी बीके लोशाली को मिली बड़बोलेपन की सजा, पद से हुई छुट्टी

नयी दिल्ली : नए साल की रात पाकिस्तान की ओर से आयी एक संदिग्ध नौका को हिंद महासागर में घेरे जाने के मामले में अपने बड़बोले बयान से सरकार के लिए मुश्किलें खड़ा करने वाले डीआइजी बीके लोशाली को सरकार ने पद से हटा दिया है. उन्होंने पिछले दिनों यह बयान देकर सबको चौंका दिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2015 11:21 AM
नयी दिल्ली : नए साल की रात पाकिस्तान की ओर से आयी एक संदिग्ध नौका को हिंद महासागर में घेरे जाने के मामले में अपने बड़बोले बयान से सरकार के लिए मुश्किलें खड़ा करने वाले डीआइजी बीके लोशाली को सरकार ने पद से हटा दिया है. उन्होंने पिछले दिनों यह बयान देकर सबको चौंका दिया था कि पाकिस्तानी बोट को उन्होंने (उनकी टीम) ने नष्ट किया. जबकि सरकार का इस मामले में स्टैंड रहा है कि सुरक्षा बलों से घिर जाने के कारण बोट पर सवार लोगों ने खुद उसे ध्वस्त कर लिया.
डीआइजी लोशाली के इस विरोधाभाषी बयान मामले में जांच के लिए बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया था, जिसके कारण उन्हें पद से हटा कर तटरक्षक मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया गया है. ध्यान रहे कि डीआइजी लोशाली ने पिछले सप्ताह सूरत में दावा किया था कि संदिग्ध नौका को उड़ाने का आदेश उन्होंने ही दिया था. उनका यह बयान रक्षा मंत्रलय की घटना के समय दिए गए बयान से ठीक विपरीत था.
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उस समय लोशाली के बयान को गलत बताया था और कहा था कि सरकार अपने पूर्व के स्टैंड पर कायम है. सरकार की ओर से इस घटना के बद कहा गया था कि तटरक्षक बल द्वारा घेरे जाने के बाद संदिग्ध नौका पर सवार लोगों ने उसे विस्फोट कर उड़ा दिया था. तटरक्षक बल ने डीआइजी के बयान को गंभीरता से संज्ञान में लिया. इसके बाद ही उन्हें पद से हटाने के बारे में निर्णय लिया गया.

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