नयी दिल्ली : रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने नरेंद्र मोदी सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश करते हुए रेलवे के पांच लक्ष्य गिनाये. बजट भाषण शुरू करने से पहले रेलवे का महत्व बताते हुए कहा, ‘महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन शुरू करने से पहले रेल के जरिये ही देश को जाना था.
उन्होंने कहा कि रेलवे का लक्ष्य सुविधा बढ़ाना, सुरक्षा बढ़ाना, क्षमता बढ़ाना, रेलवे को आत्मनिर्भर बनाना और रेलवे में निवेश बढ़ाना है. सुरेश प्रभु ने अगले पांच साल में रेलवे में 8.5 लाख करोड़ रुपये निवेश करने का लक्ष्य बताया. रेल मंत्री ने कहा, निवेश में कमी के कारण रेलवे की क्षमता, सुरक्षा और सुविधाएं नहीं बढ़ाई जा सकीं.
उन्होंने रेलवे की बुरी हालत बताते हुए कहा, स्थिति ऐसी है कि एक ही ट्रैक पर शताब्दी भी चलानी पड़ती है, पैसेंजर ट्रेन भी चलानी पड़ती है और मालगाड़ी भी चलानी पड़ती है. प्रभु का कहना था कि अगले पांच साल में रेलवे का कायाकल्प होगा. इसके साथ ही उन्होंने विजन 2030 भी पेश करने की बात कही. उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर सुविधा बढ़ाने के लिए निजी कंपनियों से साझीदारी करने की बात भी कही.
अच्छी बातें
कई भाषाओं में होगी ई-टिकटों की बुकिंग, ऐप्प के जरिये अनारक्षित टिकट की बुकिंग करा सकेंगे
नि:शक्तों के लिए एस्कलेटर्स, बड़े प्रवेश द्वार की सुविधा
वेंडिंग मशीन के जरिये सस्ता और शुद्ध पानी मुहैया कराया जायेगा
उपनगरीय इलाकों में बनाये जायेंगे सेटेलाइट स्टेशन
कुछ स्टेशनों पर पिक एंड ड्रॉप की सुविधा भी भुगतान लेकर दी जायेगी
इसरो की मदद से ट्रेनों की टक्कर रोकने के लिए वार्निग प्रोटेक्शन प्रणाली अपनायी जायेगी
महानगरों का सफर रात भर का!
दिल्ली से मुंबई या कोलकाता तक सफर करनेवालों के लिए प्रभु का रेल बजट बड़ी राहत लेकर आया है. अब महानगरों के बीच यात्र का समय बेहद कम होनेवाला है. रेल मंत्री ने हाइ स्पीड कॉरिडोर की घोषणा की है. इसके तहत नौ कॉरिडोर में ट्रेन की स्पीड 160 से 200 किलोमीटर के बीच होगी. अभी यह रफ्तार 110 और 130 किलोमीटर है. इससे एक महानगर से दूसरे महानगर का सफर रात भर में ही पूरा हो जायेगा.