राहुल गांधी को मिलेगी कांग्रेस की कमान, पार्टी के वरिष्ठ जन करेंगे उनका सम्मान

नयी दिल्ली : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने संकेत दिया है कि इस साल अप्रैल में होने वाले कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि पीढ़ीगत बदलाव एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और सोनिया गांधी अपने पुत्र राहुल गांधी को उत्तरदायित्व सौंपना चाहती हैं. दिग्विजय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2015 2:11 PM
नयी दिल्ली : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने संकेत दिया है कि इस साल अप्रैल में होने वाले कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि पीढ़ीगत बदलाव एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और सोनिया गांधी अपने पुत्र राहुल गांधी को उत्तरदायित्व सौंपना चाहती हैं. दिग्विजय ने यह बात एक निजी समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में कही है. उन्होंने इस बात को खारिज किया कि मां सोनिया गांधी व पुत्र राहुल गांधी में किसी तरह का मतभेद है. उल्लेखनीय है कि कल ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था, जब ही राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने का फैसला होगा, इसका पता आपलोगों को चला जायेगा.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने अपने जीवन में इतने दुख देखे हैं, कि उन्हें कोई अलग ही नहीं कर सकता है. दिग्विजय ने यह भी कहा कि राहुल गांधी फिलहाल देश में ही हैं, लेकिन उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि फिलहाल वे कहां हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के अंदर दो पॉवर सेंटर नहीं है.
दिग्विजय ने कहा कि हमें कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के मद्देनजर पार्टी अध्यक्ष को एक रिपोर्ट बना कर देना है कि पार्टी की कार्यशैली में कैसे अमूल-चूल बदलाव लाया जाये. उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह स्वीकार किया कि अज्ञातवास पर जाने का राहुल गांधी का वर्तमान समय गलत है. उन्होंने कहा कि राहुल छुट्टी पर जाने के लिए संसद के बजट सत्र के पहले या बाद का समय चुन सकते हैं. उन्होंने कहा कि राहुल के व्यक्तित्व में कई खूबियां हैं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राहुल गांधी के व्यक्तित्व के संदर्भ में उन्हें कुछ कहना होता तो वह राहुल से छिपाते नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि हर पॉवर सेंटर के आसपास कुछ लोग या सलाहकार होते हैं. यह बात हर जगह लागू होती है. उन्होंने प्रियंका गांधी के राजनीति में आने के सवाल पर कहा कि पार्टी के सभी लोग उनका ऐसे फैसला करने पर स्वागत करेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि यह खुद उन्हें तय करना है. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी का व्यक्तित्व चमत्कारिक है और मीडिया के इंटरेक्शन करने के उनके तरीके से लगता है कि उनमें प्रतिभा है.
पार्टी की मौजूदा स्थिति के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि 1998 में सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनीं थी, उस समय हमारी दो-तीन राज्यों में सरकार थी और यह कहा जा रहा था कि अब कांग्रेस पार्टी खत्म हो जायेगी. लेकिन, सोनिया जी ने अपने विवेक व समझ से पार्टी को फिर से खड़ा किया और हम 2004 व 2009 में फिर से सरकार में आये.
पार्टी नेताओं के प्रति राहुल गांधी की नाराजगी के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल पार्टी की कार्यप्रणाली में आमूल चूल परिवर्तन करना चाहते हैं. ताकि निचले स्तर के संगठन को अधिक अधिकार मिले. पारदर्शी ढंग से चुनाव हो और संगठन में कार्यकर्ताओं का महत्व बढ़े. उन्होंने एक सेमिनार का उल्लेख करते हुए कहा कि हमलोग इन्हीं बिंदुओं पर चर्चा कर रहे थे, उसमें अरविंद केजरीवाल व योगेंद्र यादव मौजूद थे, उस समय आम आदमी पार्टी नहीं बनी थी. पर, हम वह काम नहीं कर सके और केजरीवाल व यादव ने आम आदमी पार्टी बना कर यह काम कर लिया.
उन्होंने कहा कि 2005-06 में एक फ्यूचर चैलेंजिंग कमेटी विरप्पा मोइली की अध्यक्षता में बनी थी, जिसकी सिफारिश आयी थी, लेकिन हम उस पर अमल नहीं कर सके.

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