अशांति फैलने की आशंका के कारण तोगडिया के कंधमाल दौरे पर रोक
फुलबनी (ओडिशा) : जिला प्रशासन ने कल गडबडी की आशंका को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता प्रवीण तोगडिया के ओडिशा के संवेदनशील कंधमाल में प्रवेश पर रोक लगा दी है. विहिप के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर तोगडिया कल यहां के फुलबनी शहर में जिला मुख्यालय के पास जनसमूह को संबोधित करने […]
फुलबनी (ओडिशा) : जिला प्रशासन ने कल गडबडी की आशंका को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता प्रवीण तोगडिया के ओडिशा के संवेदनशील कंधमाल में प्रवेश पर रोक लगा दी है.
विहिप के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर तोगडिया कल यहां के फुलबनी शहर में जिला मुख्यालय के पास जनसमूह को संबोधित करने वाले थे.कंधमाल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के बी सिंह ने आज बताया, ‘‘संवेदनशील जिले में कानून और व्यवस्था पर रिपोर्ट के विस्तृत आकलन के बाद प्रशासन ने तोगडिया के जिले में प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला किया है.’’एसपी और जिलाधीश एन. तिरुमल नाइक ने बताया कि तोगडिया के बगैर विहिप के बैठक आयोजित करने और कार्यक्रम को जारी रखने पर कोई रोक नहीं है.
एसपी ने कहा कि क्षेत्र की संवेदनशीलता और कंधमाल जिले के इतिहास पर विचार करते हुए एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया. उन्होंने यह भी कहा कि जिले में सुरक्षा बढा दी गई है और महत्वपूर्ण जगहों पर वाहनों की तलाशी ली जा रही है.उन्होंने बताया कि प्रशासन ने आज से एक सप्ताह तक सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बरकरार रखने और किसी तरह की अप्रिय घटना की आशंका के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों पर भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. सशस्त्र बल के करीब 22 प्लाटून (करीब 700 सुरक्षा कर्मी) ने मोर्चा संभाल लिया है. इनमें से 12 प्लाटून फुलबनी शहर में तैनात हैं.
कुछ स्थानीय ईसाई संगठनों ने तोगडिया के दौरे पर विरोध जताते हुए इलाके में अशांति फैलने की आशंका जताई थी. उन्होंने प्रशासन से उनके दौरे पर रोक लगाने का आग्रह किया था.उल्लेखनीय है कि 23 अगस्त 2008 को विहिप के वरिष्ठ नेता लक्ष्मणानंद सरस्वती की उनके निवास जलेसपेटा आश्रम में हत्या के बाद कंधमाल जबर्दस्त हिंसा का गवाह बना था.रोक को ‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक’ करार देते हुए विहिप नेताओं ने इस कदम के खिलाफ बंद का आयोजन कर प्रदर्शन करने की धमकी दी है.