नयी दिल्ली: भाजपा ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली को हिंसा प्रभावित किश्तवाड़ जाने से रोके जाने को अलोकतांत्रिक बताते हुए आज इसकी आलोचना की और आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर सरकार सांप्रदायिक झड़पों के बारे में सचाई सामने नहीं आने दे रही है.
जेटली ने कहा कि किश्तवाड़ में हिंसा के सिलसिले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुयी है और वहां अराजकता और गैर.जवाबदेही’’ की स्थिति है. उन्होंने कहा, दुर्भाग्यवश, राज्य सरकार नहीं चाहती कि सचाई सामने आए..वहां पूरी तरह अराजकता और गैर जवाबदेही है. दिल्ली लौटने के बाद जेटली ने कहा, ऐसी धारणा है कि किश्तवाड़ से राज्य के एक मंत्री का इसमें हाथ है. उनके द्वारा नियुक्त पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी हिंसा के समय घंटों तक मूकदर्शक बने रहे.हम यह मुद्दा कल संसद में उठाएंगे.गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जेटली को रोके जाने के निर्णय को अलोकतांत्रिक करार देते हुए आरोप लगाया कि इससे स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार नहीं चाहती कि किश्तवाड़ का सच बाहर आए.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर राज्य में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए भाजपा प्रवक्ता सैय्यद शाहवनाज हुसैन ने कहा, उमर सरकार स्थिति से निपटने में विफल रही है. उन्होंने कहा कि जब लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने उमर अब्दुल्ला से बात की थी तब उनकी पार्टी ने स्थिति के बारे में राज्य सरकार को सचेत कर दिया था.