नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज मोदी सरकार का पहला पूर्ण आम बजट पेश किया. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने पहले पूर्ण बजट भाषण में कई घोषणाएं की. लेकिन उनके बजट भाषण की जो बडी बात रही वह मुख्यतः बचत, निवेश और विकास पर केंद्रित रही. बजट में महत्वपूर्ण शब्दों के इस्तेमाल के हिसाब से इन्वेस्टमेंट (निवेश) पर सर्वाधिक जोर रहा और जेटली ने इस शब्द का इस्तेमाल 60 बार किया. इसके अलावा उन्होंने ग्रोथ (वृद्धि या विकास) शब्द का 27 बार इस्तेमाल किया.
बचत के संबंध में बजट में की गई घोषणाएं
जेटली ने सोना खरीदने के लिए विकल्प के तौर पर सरकारी स्वर्ण बाण्ड स्कीम की घोषणा की. इससे अब सोना को बैंको में रखा जा सकता है और उसमें उसे ब्याज दिया जाएगा.केवल 12 रुपये प्रतिवर्ष के प्रीमियम पर 2 लाख रुपए के दुर्घटना जन्य मृत्यु जोखिम को कवर करने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की घोषणा की गयी.
जेटली ने कहा कि 20,000 करोड रुपए के वार्षिक प्रवाह से राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना निधि की स्थापना की जाएगी. उन्होंने ईपीएफ कर्मचारियों के लिए विकल्प सुझाया है. इससे ईपीएफ की सुविधाओं को और आसान बनाया जाएगा और इससे बचत को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा. जेटली ने कहा कि 20 हजार करोड़ की नीति के साथ मुद्रा बैंक स्थापित किये जाएंगे तथा खेती के लिए राष्ट्रीय बैंक बनेंगे. बैंको की स्थापना से बचत को बढावा मिलेगा.
निवेश से संबंधित महत्वपूर्ण घोषणाएं
एक कठिन फैसले के तहत मोदी सरकार ने सर्विस टैक्स 12.3 से बढ़ाकर 14 फीसद कर दिया. तंबाकू, सिगरेट में एक्साइट ड्यूटी बढ़ाकर उसे 12.5 फीसद कर दिया गया.कैशलेश ट्रांजेक्शन को बढावा देने के लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट से भुगतान करने की बात कही गयी है.जेटली ने कहा कि पेंशन फंड को बढाया जाएगा.
उन्होंने दो फीसद सरचार्ज बढाने की घोषणा की. इनकम टैक्स विभाग को इससे 9 हजार करोड़ का फायदाहोगा.कॉरपोरेट टैक्स को कम करना है, अगले चार साल में 30 फीसद से घटाकर 25 फीसद किया जाएगा. इससे निवेश को और आकर्षित किया जा सकेगा.
विकास के संबंध में कही गयी बातें
अरुण जेटली के बजट भाषण में सीधे तौर पर विकास के संबंध में कई महत्वपूर्ण बातें कही गयी.उन्होंने कहा कि जीडीपी ग्रोथ को बढ़ाएंगे. रक्षा क्षेत्र के लिए 2, 46, 727 लाख करोड़ रुपयेतथा शिक्षा क्षेत्र में 68 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च किया जाएगा.
कर्नाटक में आईआईटी, धनबाद में भी आईएसएम को आईआईटी बनाने की घोषणा की गयी. हेल्थ सुविधाओं की विकास के लिए उन्होंने पंजाब, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, हिमाचल में बिहार में एक-एक एम्स की तरह का संस्थान खोले जाने की बात कही. वैज्ञानिक प्रयोग के लिए इन्होंने अटल इनोवेशन प्लान की घोषणा की.
जेटली ने कहा कि देश में पांच अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट की योजना है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड हेरिटेज का विकास किया जाएगा. उन्होंने सेतु योजना के लिए 1000 करोड़ रुपये राशि की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि 1500 करोड़ रुपये चाइल्ड डेवलपमेंट पर खर्च किये जाएंगे. मनरेगा जैसी योजना के लिए 34699 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की गयी. तकनीकी उद्योग के विकास के लिए सेतु योजना की घोषणा की गयी.तकनीकी विकास के लिए भी एक हजार करोड़ का प्रावधान किया गया.